गुरदासपुर: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर जिला प्रशासन ने आज गुरदासपुर के बब्बरी चौक पर भारतीय सेना के 1971 युद्ध विजेता टैंक को ‘विजय के प्रतीक’ के रूप में स्थापित किया। डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने इस विजयी टैंक के स्मारक का रिबन काटकर उद्घाटन किया।
विजेता टैंक स्थापित करने के अवसर पर डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने कहा कि इस ऐतिहासिक टी-55 टैंक को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद रूस द्वारा किया गया था। इस युद्ध टैंक को 1966 में भारत की सशस्त्र इकाइयों में शामिल किया गया था। दिन-रात लड़ने की ताकत रखने वाले इस टैंक ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान नैनोकोट, बसंतर और गरीबपुर की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और पाकिस्तानी सेना को हराया।
डीसी सारंगल ने बताया कि अपनी खूबियों के कारण टी-55 टैंक 2011 तक भारतीय सेना में सेवा में रहा। केंद्रीय सशस्त्र बल वाहन डिपो, पुणे ने इस टैंक को जीत के प्रतीक के रूप में सम्मान के साथ गुरदासपुर को ‘युद्ध ट्रॉफी’ के रूप में सौंपा है। यह टैंक आने वाले समय मे युवाओ के लिए देश के सैनिको द्वारा दिए गए बलिदानो का प्रतीक बनेगा और साथ ही इंडियन आर्मी के सम्मान मे चार चाँद लगायेगा।