उपभोक्ताओं को शुद्ध व शुगर-फ्री उत्पाद
ऊना/ सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश के ऊना ज़िले में बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को नई दिशा देने वाली पहल का शुभारंभ हुआ। ‘जंगल हार्वेस्ट’ ब्रांड के अंतर्गत प्राकृतिक और शुगर-फ्री फलों से बने क्रश, जूस और हेल्दी शॉट्स को लॉन्च किया गया। यह भव्य कार्यक्रम लता मंगेशकर कला केंद्र (स्मूरकलां) में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनय सिंह (आईएएस), निदेशक बागवानी विभाग थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल प्रदेश के किसानों और बागवानों के लिए मूल्यवर्धित उत्पाद बनाना समय की आवश्यकता है। ‘जंगल हार्वेस्ट’ जैसी पहलें न केवल किसानों को बेहतर मूल्य दिलाने में मददगार होंगी बल्कि बागवानी उत्पादों के अपव्यय को रोकने, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को प्रोत्साहन देने और युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में भी अहम भूमिका निभाएँगी।राज्य सरकार बागवानी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है, जिनमें कोल्ड चेन नेटवर्क का विस्तार, प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना और किसानों को आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण देना शामिल है। हमें प्रसंस्कृत उत्पादों के निर्यात पर विशेष ध्यान देना होगा ताकि हिमाचल के प्राकृतिक फलों का स्वाद वैश्विक बाजार तक पहुँचे।
कार्यक्रम में अतिरिक्त निदेशक बागवानी विभाग सतीश कुमार शर्मा और डॉ. प्रबल के चौहान, वरिष्ठ विपणन अधिकारी, बागवानी निदेशालय ने भी शिरकत की। इस अवसर पर बॉलीवुड सिंगर डॉ. गगन सिंह ने अपने गीतों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया और मंच संचालन गुरजीत सिंह (शानदार सरदार) ने किया। ‘जंगल हार्वेस्ट’ ब्रांड को सात्विक हिमालयन प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने शुरू किया है। इसके तहत जैविक रूप से उगाए गए फलों से बने सीबक थॉर्न, बुरांश, खुबानी जैम, स्ट्रॉबेरी व ब्लूबेरी क्रश, हरा सेब, कीवी, आम, पाइनएप्पल क्रश तथा कॉफी, एलोवेरा और हेज़लनट शॉट्स को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेश किया जाएगा।
कंपनी के निदेशक अजय ठाकुर ने बताया कि उनका उद्देश्य हिमाचल के किसानों और बागवानों को सीधा बाजार उपलब्ध कराना है, ताकि उनकी उपज बर्बाद न हो और उन्हें बेहतर मूल्य मिले। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में कंपनी ऊना जिले में पीपीपी मॉडल पर प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र स्थापित करने की योजना बना रही है।उन्होंने बताया कि कंपनी में शुरुआती दौर में 24 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष व 400 से अधिक किसानों व बागवानों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है।जबकि करीब 4 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। उन्होंने कहा कि जंगल हार्वेस्ट के तहत लॉन्च किए गए उत्पाद न्यूनतम प्रिज़र्वेटिव और शुगर-फ्री फॉर्मूले पर आधारित हैं, जो आज की स्वास्थ्य-सचेत उपभोक्ता मांगों के अनुरूप हैं। इस अवसर पर कंपनी की निदेशक अंजना ठाकुर,नगर परिषद ऊना के पूर्व अध्यक्ष अमरजोत सिंह बेदी, उपनिदेशक उद्यान केके भारद्वाज, संयुक्त निदेशक उद्योग अंशुल धीमान, सुनील राव, बलदेव कुटलैहडिया,राजिंदरा ठाकुर,राजकुमार, सुदर्शन, अशोक ठाकुर, सात्विक ठाकुर, अनूपा ठाकुर, प्रोफेसर एसके बंसल, डॉ. सतीश शर्मा, शिव शशि कंवर, मनोहर लाल, इनर व्हील क्लब की सचिव अमरजीत बबली, पूर्व प्रधान जतिंदर कौर, रमा कंवर, रंजना जसवाल, एसके जसवाल सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।