नई दिल्लीः कनाडा में लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष और कारोबारी सतीश कुमार की संपत्ति पर फायरिंग मामले में भारत के कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने जिम्मेदारी ली है। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि आज तक उनके द्वारा किसी को नाजायज परेशान नहीं किया गया। हमारी दुश्मनी किसी भी धर्म या कौम के साथ नहीं है। उनकी दुश्मनी सतीश के साथ है। पोस्ट में कहा कि उसके जैसे काली कमाई से पैसे बनाकर उसकी सफेद मनी बनाकर बैठे हुए है। सतीश ने अपने बेटे अमन और अपनी पोस्ट डालकर लोगों को आपस में लड़वाया है और अपने सारे काले कामों पर चादर डाली है। आखिरी में पोस्ट में कहा गया है कि सतीश के बिजनेस से लोग दूर रहें।
अगर किसी ने उसके साथ जाना बिजनेस में जाना है तो वह सोच-विचार परख कर जाए। इनके चक्कर में वह खुद का नुकसान ना करवा लें। क्योंकि यह सिर्फ ट्रेलर था, असली फिल्म इन्हें दिखानी बाकी है। हम नहीं चाहते कि कल को सतीश और उसके बेटे के कारण कोई बेकसूर मारा जाए। उक्त जिम्मेदारी में खास बात यह है कि पोस्टर में गैंगस्टर गोदारा का नाम गायब है और कुछ नए गैंगस्टरों का नाम लॉरेंस गैंग के साथ जोड़ा गया है। नए गैंगस्टरों में गोल्डी ढिल्लों और अर्जू बिश्नोई का नाम शामिल है। ये फायरिंग गोल्डी ढिल्लों द्वारा करवाई जाने का दावा किया गया है। बता दें कि इस घटना से पहले संपत्ति के मालिक को करीब 20 लाख डॉलर की फिरौती की कॉल आई थी।
कनाडा के सरे में 128 स्ट्रीट, 70 एवेन्यू पर ओहाब में हुई फायरिंग को लेकर सरे पुलिस जांच कर रही है। जब सतीश कुमार ने पैसे देने से इनकार कर दिया तो बदमाशों ने पिछले 48 घंटों में उनकी दो संपत्तियों पर फायरिंग की थी। संपत्ति के मालिक व लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष सतीश कुमार ने कहा- ये वारदात बीती 7 जून को सुबह करीब ढ़ाई बजे हुई। इससे पहले दो साल पहले दिसंबर माह में भी सतीश कुमार के बेटे के घर पर फायरिंग हुई थी। इस दौरान आरोपियों ने करीब 14 गोलियां चलाई थी। बता दें कि लक्ष्मी नारायण मंदिर कनाडा में हिंदुओं के लिए काफी मान्यता वाला मंदिर माना गया है। ऐसा चौथी बार हुआ है कि लक्ष्मी नारायण मंदिर के किसी पदाधिकारी को बदमाशों द्वारा टारगेट किया गया हो। अब सरे पुलिस मामले की जांच कर रही है।