Ayurvedic Tips: बदलता मौसम साथ में संक्रमण और कई बीमारियां लेकर आता है, इससे बचने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत करना बेहद जरूरी हो जाता है। इसीलिए अपनी डाइट में कुछ हेल्दी चीजों को शामिल करना अच्छा रहता है। साथ ही इस मौसम में अक्सर लोग बीमार पड़ जाते हैं।आयुर्वेद का मानना है कि, हमें पाचन को मजबूत बनाए रखना चाहिए। ऐसा इसलिए है ताकि हम जो खाना खाते हैं ,वह आसानी से पच जाए. बहुत अधिक या बहुत कम खाने से हमारा पाचन खराब हो सकता है।आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए किन आयुर्वेदिक टिप्स को आज़माना चाहिए।
आयुर्वेदिक सुपरफूड्स
– आंवला
– खजूर
– शुद्ध मक्खन या घी
– गुड़
– तुलसी के पत्ते
– हल्दी
– अदरक
काढ़ा या हर्बल चाय
मुलेठी, तुलसी, दालचीनी, अदरक, लौंग, हल्दी, गिलोय और काली मिर्च से बना काढ़ा या हर्बल चाय में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं।एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर, काढ़ा या हर्बल काढ़ा न केवल प्रतिरक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है। पाचन स्वास्थ्य में सहायता करता है, और श्वसन वायरस से भी लड़ता है।यह सूजन को कम करता है, बढ़ती उम्र को धीमा करता है, और वजन घटाने में भी मदद करता है।
ऑयल पुलिंग थेरेपी
आपका मुंह सैकड़ों जीवाणुओं का मेजबान है।जहां आपके मुंह में कुछ बैक्टीरिया फायदेमंद होते हैं, वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं। जो आपके स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार ऑयल पुलिंग थेरेपी आपको इन बैक्टीरिया से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकती है।ऑयल पुलिंग बैक्टीरिया को दूर करने के लिए अपने मुंह में तेल डालकर की जाने वाली एक प्राचीन प्रथा है। यह मौखिक स्वच्छता को बढ़ावा देता है, और बीमारियों और संक्रमणों को दूर रखता है।आप नारियल के तेल, तिल के तेल या अरिमेदी थैलम के साथ ऑयल पुलिंग का अभ्यास कर सकते हैं।
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