किसान नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट हुए सस्पेंड
चंडीगढ़: किसान नेताओं की केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल, अर्जुन मुंडा, पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और DGP गौरव यादव के साथ बैठक अभी भी चल रही है। किसानों की कर्ज माफी की मांग पर केंद्रीय मंत्री चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि, इस दौरान किसानों और युवाओं के खिलाफ 3100 दर्ज किए गए मामलों को वापस लेने का वादा किया है।
सूत्रों के अनुसार लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों को मुआवजा को लेकर सहमति बनी है। इसी के साथ बिजली अधिनियम 2020 रद्द करने पर सहमति भी बनी है। किसान नेताओं की करीब 3 घंटे से किसानों से बैठक जारी है।
बताया जा है कि केंद्र सरकार और किसानों की बैठक में किसानों ने इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की है कि एक तरफ सरकार अच्छे माहौल में बातचीत की बात कह रहें है। तो दूसरी तरफ बॉर्डर पर रास्ते बंद कर रही है और हाइवे पर सरिये लगा रही है। किसान नेताओं को हरियाणा में उठवाया जा रहा हैं।
हालांकि MSP की गारंटी के मुद्दे पर बात फंस गई है। केंद्र सरकार की ओर से हाईपावर कमेटी बनाने की बात कही जा रही है। किसान इस पर तैयार नहीं है। हालांकि ये दावा किया जा रहा है कि चड़ीगढ़ में किसान नेताओं के प्रतिनिधियों और केंद्रीय मंत्रियों के बीच जारी बैठक में सरकार और किसान कई मुद्दों पर एक-दूसरे से सहमत है।
किसान नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में सस्पेंड होने शुरू हो गए हैं। किसान नेता सुरजीत फूल और रमनदीप मान के सोशल अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पंजाब के किसान दिल्ली कूच पर अड़े हैं। इसे लेकर केंद्र सरकार की ओर से तैयारी कर ली गई है, बॉर्डरों पर बेरीकेडिंंग की जा रही है। हरियाणा सरकार भी शंभू बॉर्डर सील कर चुकी है और कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए पूरी फोर्स लगा दी गई है।