रोहतकः हरियाणा के रोहतक PGI में मरीजों का इलाज करते हुए एक फर्जी डॉक्टर पकड़ा गया है। दरअसल, आरोपी विदेश से एमबीबीएस दोस्त की जगह मरीजों का इलाज कर रहा था। जिसे पीजीआई में छोटे ऑपरेशन थिएटर (माइनर ओटी) में पट्टी करते गिरफ्तार किया है। सोनीपत का रहने वाला उक्त फर्जी डॉक्टर 12वीं पास है। आरोपी के पास फर्जी पहचान पत्र भी था। वह विदेश से डॉक्टरी करके यहां इंटर्नशिप कर रहे रोहतक निवासी दोस्त की जगह ड्यूटी दे रहा था। पीजीआई प्रशासन ने दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
गिरफ्तार फर्जी डॉक्टर सोनीपत के गांव निजामपुर माजरा का साहद है। वह पीजीआई में इंटर्नशिप कर रहे रोहतक के गांव कंसाला निवासी दोस्त कृष्ण की जगह हड्डी रोग विभाग की माइनर ओटी में ड्यूटी दे रहा था। इसका भांडा निजामपुर माजरा से आए एक मरीज के कारण ही फूटा। हुआ यूं कि पीजीआई आए गांव के शख्स ने साहद को मरीजों की मरहम पट्टी करते देखा। उसने ओपीडी में बैठे सीनियर सीनियर डॉक्टर से जल्दी देख लेने का आग्रह करते हुए कहा कि हमारे गांव का यह लड़का भी यहां डॉक्टर है।
सीनियर डॉक्टर ने साहद को बुलवा लिया। नया दिखने पर साहद से नाम-पता और पहचान पत्र दिखाने को कहा। इस पर आरोपी ने मोबाइल फोन में एप्रेन पहने अपना फोटो दिखाया। सीनियर डॉक्टर ने पास होने वाले मेडिकल कॉलेज आदि की जानकारी मांगी तो कोई जवाब नहीं दे सका। उसे पकड़कर बैठाने के बाद पीजीआई थाना पुलिस बुला ली। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 12वीं पास के बाद पेशेंट केयर असिस्टेंट का डिप्लोमा किया है। वह पीजीआई में अपने गांव कंसाला निवासी दोस्त डॉ. कृष्ण की जगह ड्यूटी देने आया था।
विदेश से एमबीबीएस करके आया डॉ. कृष्ण यहां इंटर्नशिप कर रहा है। आरोपी के पास पीजीआई का पहचान पत्र भी मिला है। इससे हैरान पीजीआई प्रबंधन ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। पीजीआई थाना प्रभारी रोशन लाल ने बताया कि साहद और डॉ. कृष्ण के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। साहद को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभी तक दोस्ती में ड्यूटी करने की बात सामने आई है। आगे जांच से पता लगेगा कि यह खेल कब से चल रहा था।