काठमांडू: दक्षिण कोरिया में एक पक्षी से विमान की टक्कर के बाद नेपाल की राजधानी काठमांडू में भी एक हेलीकॉप्टर पक्षी से टकरा गया। इसके बाद उसकी आपात लैंडिंग करनी पड़ी। बतादें, कि रविवार सुबह करीब 9 बजे दक्षिण कोरिया के मुआन हवाई अड्डे पर एक बड़ा विमान हादसा हो गया। ‘जेजू एयर’ की उड़ान संख्या 737-800, जिसमें 181 यात्री सवार थे, लैंडिंग से पहले एक पक्षी से टकरा गई। इस टक्कर के बाद लैंडिंग गियर नहीं खुला, जिससे विमान हवाई अड्डे की दिवार से टकरा गया और उसमें विस्फोट हो गया। इस दुखद घटना में अब तक 167 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
काठमांडू में हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग
नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक हेलीकॉप्टर को भी पक्षी से टकराने के बाद आपात लैंडिंग करनी पड़ी। निजी हेली एवरेस्ट एयरलाइन का 9एन-एकेजी हेलीकॉप्टर, जो माउंट एवरेस्ट के प्रवेश द्वार लुक्ला से काठमांडू जा रहा था, पूर्वाह्न 11 बजे एक पक्षी से टकरा गया। पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए हेलीकॉप्टर को राजधानी से 50 किलोमीटर पूर्व में बनेपा में सुरक्षित उतारा। हेलीकॉप्टर में पांच अमेरिकी नागरिक और एक नेपाली पायलट सवार थे, सभी सुरक्षित हैं। हालांकि हेलीकॉप्टर को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, फिर भी अगली उड़ान से पहले इसे तकनीकी जांच से गुजरना होगा।
कनाडा में विमान के पंख में लगी आग
इसी तरह कनाडा के एक हवाई अड्डे पर लैंडिंग के दौरान एक विमान का बायां पंख अचानक रनवे से रगड़ने लगा, जिससे उसमें आग लग गई। हालांकि, पायलट और ग्राउंड क्रू की तत्परता से आग पर तुरंत काबू पा लिया गया और सभी यात्री सुरक्षित हैं।
सुरक्षा मानकों को और सख्त करने की आवश्यकता
इन घटनाओं ने हवाई यात्रा की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि हवाई अड्डों के आसपास पक्षियों की बढ़ती संख्या और तकनीकी खामियों के चलते ऐसे हादसों की संभावना बढ़ रही है। हवाई अड्डों के प्रबंधन और विमानन कंपनियों को सुरक्षा मानकों को और सख्त करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।