नई दिल्लीः देश की राजधानी दिल्ली से प्रवर्तन निदेशालय ईडी की टीम ने यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सुबोध कुमार गोयल को गिफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी बैंक से जुड़े फ्रॉड के मामले में हुई है। सुबोध कुमार गोयल के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने सीएसपीएल और उसके बाद बड़े स्तर पर 6,210.72 करोड़ रुपये लोन अमाउंट में हेराफेरी की है। प्रवर्तन निदेशालय ने अपने एक बयान में बताया कि गोयल को 17 मई को दिल्ली स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया है।
उनके ऊपर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत कार्रवाई की गई है। ईडी ने बताया कि गिफ्तारी के बाद अगले दिन कोलकाता की एक स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था, जहां अदालत ने उन्हें 21 मई तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया है। दरअसल, गोयल के खिलाफ सीएसपीएल को लोन फैसिल्टी की मंजूरी और उसके बाद 6210.72 करोड़ रुपये डायवर्जन और गबन का आरोप है।
जांच एजेंसी ने अपने बयान में बताया, ‘ईडी की जांच से पता चला है कि यूको बैंक के सीएमडी के रूप में सुबोध कुमार गोयल के कार्यकाल के दौरान, यूको बैंक द्वारा सीएसपीएल को बड़ी ऋण सुविधाएं स्वीकृत की गईं, जिन्हें बाद में उधारकर्ता समूह द्वारा डायवर्ट और साइलेंट किया गया। बदले में, सुबोध कुमार गोयल को सीएसपीएल से पर्याप्त अवैध रिश्वत मिली। ईडी ने आगे रिश्वत को वैधता का दिखावा करने के लिए विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से स्तरीकृत और प्रसारित किया गया था।’