रोजगार दिलाने के साथ साथ औद्योगिक विकास में रहा योगदान
जब हिमाचल में कोई निवेशक नहीं आता था उस समय किया कारखाना स्थापित
बद्दी\सचिन बैंसल: बददी की प्रसिद्ध धागा कंपनी बिरला टेक्सटाइल मिल्स में तीन दशक की सेवा करने के बाद डा रमेश कुमार शर्मा सेवानिवृत हो गए। उन्होने बतौर वाईस प्रैजीडैंट अपने कार्यकाल पूर्ण होने से तीन साल पहले एच्छिक सेवानिवृति ली है ताकि बचे हुए जीवन में कुल अलग किया जा सके और ज्यादा से ज्यादा समय परिवार व रिश्तों को दिया जा सके और बच्चों के साथ कुछ अनमोल पल बिताए जा सके। बिरला टैक्सटाईल मिल्स बददी को 1993 में शुुरु करवाने में इन्होने अहम भूमिका निभाई थी जिससे हजारों लोगों को अप्रत्यक्ष प्रत्यक्ष रोजगार मिला था।
इस दौरान एक खासियत यह भी रही कि उन्होने अपनी नियुक्ति के बाद अपना घर यानि कंपनियां बार बार नहीं बदला चाहे उनको कई प्रलोभन मिले और जहां से शुरु हुआ था उनका कैरियर का सफर वहीं खत्म हुआ है। मूलत: शोघी जिला शिमला के रहने वाले डा. आर के शर्मा ने बिरला कंपनी के साथ मिलकर उसको ईमानदारी से उसको आगे बढ़ाया और हिमाचली होने के नाते डा. शर्मा सबको साथ लेकर भी चले और सबके साथ भी चले। 1990 के बाद के प्रदेश के हर उद्योग मंत्री और मुख्यमंत्री उनको निजी तौर पर जानते रहे हैं। गौरतलब है कि जब नब्बे के दशक में बिरला समूह ने हिमाचल में कदम रखा तो यहां पर ज्यादा औद्योगिकीकरण नहीं हुआ था।
उस समय बिरला समूह ने दिल्ली से कोर्ट के एक आर्डर के बाद हिमाचल के बददी का रुख किया था। उस समय जमीन खरीदने से लेकर कारखाना स्थापित करने का समस्त कार्य डा रमेश की अगुवाई में हुआ था जिससे पांच हजार से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने का मार्ग प्रशस्त हुआ था। उन्होने सिर्फ बीबीएन ही नहीं बल्कि संपूर्ण हिमाचल के दूरदराज क्षेत्र के युवाओं को बिरला मिल्स में रोजगार दिलवाया।
बिरला कंपनी जानी जाती थी आर के नाम से- बददी ही नहीं बल्कि पूरे हिमाचल की अफसरशाही बिरला टैक्सटाईल मिल्स को डा आर के शर्मा के नाम से जानती थी। हिमाचल प्रदेश तमाम प्रशासनिक अधिकारियों व अन्य लोगों के दिलों में शर्मा ने अपनी प्रतिभा और कडी मेहनत के दम पर पहचान बनाई जिसके लिए उनको सम्मान मिलता रहा। उनकी समय से पहले एच्छिक सेवानिवृति से कंपनी का हर कर्मचारी व अधिकारी कमी महसूस कर रहे हैं। इसके अलावा डा शर्मा ने बददी बरोटीवाला ने कंपनी के तहत सीएसआर में कई उल्लेखनीय कार्य शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में करवाए जिससे भटौली कलां व आसपास की पंचायतों को भरपूर लाभ मिला।
बीबीएन का हर व्यक्ति जब भी उनको किसी भी काम के लिए उनको आवाजा लगाता था तो वह सीधे उनको सहजता से मिलते थे। कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष रोहित अरोडा व अन्य स्टाफ तथा श्रमिकों ने डा रमेश कुमार शर्मा को भावभीनी विदाई दी और उनकी तीन दशक की सेवाओं को कंठमुक्त तरीके से सराहा। उनका मिलनसार व हंसमुख स्वभाव बरबस ही सबको आकर्षित कर लेता था।