नई दिल्ली: अमेरिका-चीन टैरिफ युद्ध के मुद्दे पर अब चीन ने एक बड़ा बयान दे दिया है। चीन के डिप्लोटमैट वई इन दिनों भारत की यात्रा पर है। उन्होंने कहा कि चीन का रुख बिल्कुल साफ है हम कोई भी संघर्ष नहीं चाहते हैं लेकिन अगर हमें मजबूर किया गया तो हम जरुर इसका करारा जवाब देंगे हम लड़ेंगे लेकिन हमारे दरवाजे खुले हैं हम फिर दोहरा रहे हैं कि सहयोग से ही अमेरिका और चीन दोनों देशों को फायदा होता है। हम अमेरिका से अपनी गलतियां सुधारने और मुद्दों को सुलझाने का आग्रह करते हैं। अगर वो ऐसा नहीं करेगा तो चीन अपने अधिकारों की रक्षा के लिए जरुरी कदम उठाएगा। यही हमारा रुख है।
ट्रंप करेंगे चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात
चीन के डिप्लोमैट इस बयान के बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते हम मलेशिया, दक्षिण कोरिया और जापान जाएंगे। दक्षिण कोरिया में मैं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करुंगा। हमारी एक लंबी बैठक होगी। हम अपने कई सवालों, शंकाओं और अपनी अपार संभावनाओं को मिलकर सुलझा पाएंगे। हमने राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठक भी रद्द कर दी है। मुझे यह ठीक नहीं लगा। मुझे नहीं लगा कि हम उस मुकाम तक पहुंच पाएंगे जहां हमें पहुंचना था इसलिए मैंने इसे रद्द कर दिया।
चीन-रुस के रिश्ते दोस्ताना नहीं हो सकते हैं मुझे उम्मीद है कि वे दोस्ताना होंगे लेकिन वे हो नहीं सकते। बाइडेन और ओबामा ने ऊर्जा और तेल के कारण उन्हे एक साथ आने के लिए मजबूर किया है। वे सामान्य से ज्यादा करीब हैं। मैं शायद इस बारे में बात करुंगा मैं उनसे असल में इस बारे में बात करुंगा कि हम रुस और यूक्रेन के साथ युद्ध कैसे खत्म करें चाहे वह तेल के जरिए हो, ऊर्जा के जरिए हो या फिर किसी और चीज के जरिए।
भारत पाकिस्तान चाहे तो लड़े
हम एक देश के रुप में इस समय टैरिफ के कारण से इतना अच्छा कर रहे हैं। कई दशकों से हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल हो रहा है इसलिए हम पर 37 ट्रिलियन का कर्ज है। हम एक अमीर देश हैं हम पहले जितना पैसा नहीं ले रहे हैं उतना ले रहे हैं। टैरिफ के बिना ऐसा नहीं हो पाता। मैंने आठ युद्ध सुलझाएं है। इन 8 में से 5-6 युद्ध टैरिफ के कारण हुए है। भारत और पाकिस्तान यदि आप लड़ना चाहते हैं तो ठीक है लेकिन आपको टैरिफ चुकाने होंगे और वे बहुत ज्यादा होंगे। हम एक व्यापार समझौते के बीच में हैं। दोनों देशों ने फोन करके कहा है कि वे अब और नहीं लड़ेंगे। उनके यहां शांति है लेकिन मैंने आठ में से मैं कहूंगा छह बार ऐसा किया है। टैरिफ इस देश के लिए बेहद जरुरी हैं। हमने जापान और यूरोपीय संघ के साथ एक उचित समझौता किया है। हमने दक्षिण कोरिया के साथ एक उचित समझौता किया है। ये ऐसे देश हैं जो हमसे बहुत सारा पैसा छीन रहे थे जो टीकाऊ नहीं है।
जल्द निपटा देंगे युद्ध
जब ट्रंप से पूछा गया कि रुस के खिलाफ प्रतिबंध अब क्यों बढ़ाए जा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि – मुझे लगा कि अब समय आ चुका है कि हमने लंबे समय तक इंतजार किया है। मुझे लगा था कि हम मध्य पूर्व से बहुत पहले ही आगे बढ़ जाएंगे। हमने मध्य पूर्व के अलावा सात युद्ध किए। हमने पाकिस्तान और भारत से लेकर कई बाकी देशों के साथ सात अलग-अलग युद्ध किए हैं। ये सभी युद्ध मैंने लड़े हैं जो एक युद्ध बचा है उसके साथ नौ युद्ध हो जाएंगे। हमारे पास एक युद्ध बचा है और मुझे लगता है कि हम उसको भी निपटा देंगे।