ऊना/ सुशील पंडित: ऊना के वार्ड नं 9 नजदीक लाल सिंगी में प्रवासी लोगों के बीच जिला स्तरीय विश्व निमोनिया दिवस का आयोजन किया गया। यह जानकारी देते हुए सीएमओ डाॅ मंजू बहल ने बताया कि 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु का मुख्य कारण निमोनिया है। उन्होंने बताया कि निमोनिया के लक्षण – साँस तेज चलना, बुखार, पसली धंसना और बच्चे का सुस्त होना है। यदि बच्चें में यह लक्षण दिखाई दें तो बच्चंे को तुरन्त चिकित्सक को दिखाएँ तथा सर्दी के मौसम में बच्चे को ठण्ड से बचाएं। डाॅ मंजू बहल ने बताया कि निमोनिया एक फेफड़ों का संक्रमण है जो हमारे फेफड़ों में हवा कि थैलियों को प्रभावित करता है। इसमें तरल पदार्थ व मवाद भर जाता है। प्रसव के बाद शिशु को सात दिन तक न नहलाएं। शिशु को गर्म रखें तथा नियमित टीकाकरण जरूर करवाएं।
नियमित टीकाकरण के दौरान निमोनिया के बचाव के लिए शिशुओं को पीसीवी की वैक्सीन दी जाती है। उन्होंने बताया कि लोगों को नवजात शिशु की देखभाल और टीकाकरण सारणी के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी। डाॅ मंजू बहल ने बताया कि टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं व बच्चों को बीमारियों से बचाव हेतू सभी स्वास्थ्य संस्थानों में निःशुल्क टीके लगाए जाते हैं। इस मौके पर जन शिक्षा सूचना एवम् सम्प्रेषण अधिकारी शारदा सारस्वत, जिला स्वास्थ्य शिक्षक गोपाल कृष्ण, बीसीसी समन्वयक कंचन माला सहित महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता सविता, आशा कार्यकर्ता रीना, दर्शना ,मीना, किरन सहित लगभग 70 से अधिक प्रवासी लोग उपस्थित रहे।
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