बद्दी/ सचिन बैंसल : भारत विकास परिषद की बद्दी इकाई ने पयार्वरण व पक्षियों के सरंक्षण के लिए आगे आई है। संस्था ने पयार्वरण के संरक्षण के लिए तुलसी के सौ से अधिक पौधे बांटे है। वहीं डेढ से अधिक लोगों को अपने घरो में पक्षियों को पानी रखने के लिए मिट्टी के बर्तन उपलब्ध कराए। भारत विकास परिषद बद्दी शाखा ने संमर्पण, सहयोग, संस्कार, सेवा व संपर्क स्थापित करके अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इन दिनों जहां पक्षियों के पानी नहीं मिल रही है। वहां पर परिषद ने सेवा भावना के तहत सभी घरों के बाहर आंगन में पानी रखने के लिए मिट्टी के बर्तन बांटे। यही सौ से अधिक लोगों को तुलसी के पौधे भी वितरित किए।
परिषद के शाखा अध्यक्ष रमन कौशल ने बताया कि ओजान परत पर अध्याधिक प्रदूषण से काफी बड़े बढ़े होल हो गए है। जिससे लगातार बारिश व तेज धूप आनी शुरू हो गई है। आज से तीन दशक पहले बारिश की काफी धीमी गति से होती और इस बारिश से कोई नुकसान नहीं होता था। बारिश का पानी जमीन में रस जाता था। लेकिन अब तेज बारिश होती है जो पानी बाढ़ का रूप धारण कर लेता है। पिछले वर्ष पूरे हिमाचल में बारिश न जो तबाही मचाई। वह हमेशा याद रहे है। तुलसी के पौधे इस परत के संरक्षण के लिए रामबाण का कार्य करते है। इसके अलावा कई पक्षी पानी के बगैर प्यासे मर रहे है। उन्होंने सेवा व समपर्ण के तहत बद्दी के डेढ सौ घरों के बाहर पक्षियों के लिए पानी रखने के लिए मिट्टी के बर्तन दिए। अगर यह योजना उनकी सफल रही और बर्तन भी दिए जाएंगे।
संस्था के महासचिव देवव्रत यादव ने बताया कि संस्था हमेशा गरीब तबके की सहायता के लिए तत्पर है। हाल ही में बद्दी के टौल बेरियर के समीप झुगियो में आग लगी और 40 लोगों की झुगियां पूरी तरह से जल गई। संस्था ने दूसरे दिन 42 परिवारों को खाने के लिए राशन की कीटे दी। इसके अलावा बद्दी में परिषद की ओर से रक्त जांच प्रयोगशाला चलाई जा रही है यह प्रयोगशाला कम दरों पर रोगियों को हर प्रकार के रक्त के जांच कम समय व कम पैसो में उपलब्ध कराती है। परिषद इसे नो लोस वो प्रोफिट के आधार पर चलाती है।
कैप्शन भारत विकास परिषद के संगठन मंत्री राधा गोबिंद मंत्री लोगो को पक्षियो को पानी रखने का बर्तन देते हुए