साइबर क्राइम को लेकर दी हिदायत
पंचकूलाः सेक्टर 3 डायल 112 मुख्यालय में साइबर अपराध को लेकर कार्यक्रम करवाया गया जिसमें हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचे। कार्यक्रम में साइबर अपराध की रोकथाम के लिए सरहानीय कार्य करने वाले बैंक्स और पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया गया। आईजी साइबर हरियाणा व पुलिस कमिश्नर पंचकूला सिबाश कविराज ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में डीजीपी ने कहा साइबर क्राइम में भारी गिरावट आई है और बैंकों के साथ मिलकर करोड़ों रुपए बचाए गए हैं।
अंकुश लगाने में पुलिस कर रही है काम
हरियाणा में पिछले दिनों हुई गैंग की घटनाओं को लेकर डीजीपी शत्रु जीत कपूर ने कहा कि गैंग हमेशा रहे हैं, लेकिन 25 साल का विश्लेषण में पिछले समय के मुकाबले अब अपराधों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा एक पीसफुल स्टेट है और इसमें और बेहतरीन हो रही है। उन्होंने कहा कि अपराधी हर देश हर राज्य में है और बिल्ली चूहा का खेल और उन्हें पकड़ने का काम पुलिस करती है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपना काम करेगी और अदालत अपना काम करेगी। उन्होंने मीडिया से अपील की अपराधियों के नाम और चेहरों को ग्लोरिफाई ना करें और मीडिया के अंदर उनके कुक्कृत्य दिखाना अपराधियों को संजीवनी का काम करती है।
कार्यक्रम में साइबर क्राइम को रोकने के लिए सराहनीय काम करने वाले बैंक और पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने के बाद डीजीपी शत्रु जीत कपूर ने कहा कि साइबर क्राइम को लेकर हरियाणा पुलिस अच्छा काम कर रही है और पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा भी हमारी टीम के काम को सराहा और अवार्ड भी दिया। उन्होंने कहा कि हर महीने साइबर क्राइम में गिरावट देखने को मिल रही है और फरवरी से लेकर मई तक साइबर क्राइम का वॉल्यूम में गिरावट देखने को मिली है और साइबर क्राइम को लेकर डिटेक्शन 50% 55% तक पहुंच चुकी है उन्होंने कहा की प्रतिमाह 75-80 करोड रुपए ठग्गी जाते थे जो अब 35 तक पहुंच गया है और रिकवरी रेट भी बड़ा है। इस समय 21 साइबर अपराधी प्रतिदिन गिरफ्तार किया जा रहे हैं। आज इस कार्यक्रम में पुलिसकर्मी और पार्टनर बैंक्स के नोडल अधिकारी जिनके साथ मिलकर साइबर अपराधियों के खिलाफ काम किया और टेलिकॉम कंपनियों के नोडल अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया है।
टेलीकॉम कंपनियों द्वारा पुलिस के साथ मिलकर साइबर अपराधियों के अब तक 12 से 15 हजार मोबाइल नंबर ब्लॉक किए हैं उन्होंने कहा कि साइबर अपराधियों में 70% की जो गिरफ्तारी है, वह बाहरी राज्यों से होती है और 30% अपराधी राज्य से होते हैं। साइबर क्राइम के अलावा अन्य प्राथमिकताओं में भी अच्छा काम हुआ है महिला विरुद्ध अपराध में भी भारी गिरावट आई है और पिछले 5 महीने के आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है अतिरिक्त गिरावट देखने को मिल रही है।
एससी एसटी एक्ट के तहत उत्पीड़न मामलों में भी भारी गिरावट देखने को मिले और पिछले साल 32% की कमी आई थी और इस वर्ष 15% और गिरावट देखने को मिली है इसके अलावा लूट डकैती स्नैचिंग जैसे संगीन अपराधों पर 15 से 20% की गिरावट पिछले दो सालों में देखने को मिली है। हर क्षेत्र में उम्मीद से बढ़कर नतीजे सामने आए हैं। किसान आंदोलन भी लंबे समय तक चला और बॉर्डर पर उन्हें रोकने में सफल रहे। पुलिस का रिस्पांस टाइम भी बहुत कम है और जैसे ही फोन आता है 6 से 8 मिनट के अंदर पुलिस व्यक्ति तक पहुंचती है।