नई दिल्ली: राजधानी की हवा अभी भी साफ नहीं हो रही। अभी भी दिल्ली-एनसीआर में आसमान स्मॉग की चादर से ढका हुआ है। रविवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत ही खराब स्थित में दर्ज हुई है। इस दौरान 18 इलाकों का एक्यूआई 400 के पार दर्ज हुआ है। एनसीआर के शहरों में हवा प्रदूषित बन गई है। यहां भी 300 से 400 के बीच में एक्यूआई बना हुआ है। कमिश्न फॉर क्वालिटी मैनेजमेंट के निर्देश पर दिल्ली में ग्रैप-3 की पाबंदियां भी लागू हो गई हैं। हवा के खराब स्तर पर पहुंचने के बाद इसे लागू कर दिया गया है। 300-400 के बीचे एक्यूआई होने पर ग्रैप-3 लागू किया जाता है। आज दिल्ली का एक्यूआई 385 दर्ज किया गया है। दिल्ली में अभी भी कई इलाकों का एक्यूआई 400 के पार बना हुआ है। ऐसे में शनिवार को भी ग्रैप-3 नहीं हटाया गया।
नोएडा-गाजियाबाद में इतना है एक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर ऐप के मुताबिक, रविवार को दिल्ली में सबसे ज्यादा एक्यूआई बवाना में 438, डीटीयू में 437 और वजीरपर में 433 दर्ज हुआ है। एनसीआर के शहरों में नोएडा का एक्यूआई आज 397 दर्ज किया गया है। वहीं ग्रेटर नोएडा में हवा का स्तर खराब रहा है। यहां पर एक्यूआई 430 रिकॉर्ड हुआ है। गाजियाबाद में एक्यूआई 427 यानी की गंभीर स्तर पर रहा है। गुरुग्राम में 311 और फरीदाबाद में 262 एक्यूआई दर्ज हुआ है।
एक्यूआई का स्तर होगा और भी खराब
दिल्ली में 3 दिन पहले औसत एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया था। वहीं 11 नवंबर को राजधानी का औसत एक्यूआई 425 और 12 नवंबर को एक्यूआई 408 दर्ज हुआ है। इसके बाद हवा में थोड़ा सुधार हुआ और गंभीर से स्थिति बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई परंतु अभी भी हवा जहरीली ही है। आने वाले दिनों में यह और भी खतरनाक स्तर पर पहुंच सकती है। आने वाले हफ्ते में प्रदूषण गंभीर से गंभीर स्तर पर पहुंच सकता है। हवा में प्रदूषण का कारण पराली बताया जा रहा है। दिल्ली के प्रदूषण में बीते दिन पराली का हिस्सा 16.36 फीसदी रहा। वही आज यह बढ़कर करीबन 28 फीसदी तक पहुंच सकता है।