पठानकोट: जहां एक ओर पढ़े-लिखे युवाओं को रोजगार की तलाश में बाहरी राज्यों का रुख करना पड़ रहा है, वहीं कम पढ़े-लिखे युवा रेहड़ी-पटरी लगाकर अपने परिवार का गुजारा कर रहे हैं। लेकिन नगर निगम की सख्ती के कारण अब यह छोटा-मोटा रोजगार भी खतरे में पड़ता नजर आ रहा है। हाल ही में पठानकोट के अबरोल नगर पुल के पास नगर निगम की टीम ने रेहड़ी-पटरी वालों को हटाने की कार्रवाई की। इस कार्रवाई में केवल स्थानीय रेहड़ी-पटरी वालों को हटाया गया और स्थानीय दुकानदारों में रोष पाया गया। स्थिति को देखते हुए पठानकोट हलका इंचार्ज विभूति शर्मा मौके पर पहुंचे और प्रभावित रेहड़ी चालकों से बातचीत की। उन्होंने रेहड़ी वालों की समस्याएं सुनीं और उन्हें समाधान का आश्वासन दिया।
रेहड़ी चालकों ने बताया कि वे वर्षों से यहां अपना काम कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं, लेकिन नगर निगम की टीमें आए दिन उनकी रेहड़ियां हटाकर उनका रोजगार छीन लेती हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि वे काम नहीं करेंगे, तो अपने परिवार को कैसे चलाएंगे। मीडिया से बातचीत में हलका इंचार्ज विभूति शर्मा ने नगर निगम की कार्रवाई पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि निगम अधिकारियों को समझना चाहिए और इसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।