होशियारपुर। पंजाब के (CM Bhagwant Mann) मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पंजाब इस समय अब तक की सबसे भयंकर बाढ़ का सामना कर रहा है, लेकिन राज्य सरकार इस मुश्किल घड़ी में हर प्रभावित परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।

सीएम मान ने सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मियाणी में बने राहत शिविर का दौरा किया और वहां ठहरे बाढ़ पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना और भरोसा दिलाया कि किसी भी परिवार को नुकसान झेलने के लिए अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से राज्य को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन सरकार ने युद्ध स्तर पर राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने प्रशासन और सभी विभागों को आपसी तालमेल के साथ मिलकर अधिक से अधिक लोगों की मदद करने के निर्देश दिए।
हर परिवार को मिलेगा नुकसान का मुआवज़ा
सीएम मान ने साफ कहा कि बाढ़ के कारण लोगों को हुए नुकसान की एक-एक पाई की भरपाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि फसल, घर और पशुओं का नुकसान झेल रहे लोगों को राहत देने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

मान ने रड़ा पुल सहित कई इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर केंद्र सरकार से पंजाब के रुके हुए 60,000 करोड़ रुपये के फंड को तुरंत जारी करने की मांग की है।
हालिया बाढ़ से राज्य के 10 से अधिक जिले प्रभावित हुए हैं। 1000 से ज्यादा गांव पानी में डूब गए हैं और लाखों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगभग तीन लाख एकड़ कृषि भूमि, खासकर धान की फसलें, बाढ़ के पानी में डूब गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पशुपालन और डेयरी पर निर्भर ग्रामीण परिवार भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। पशुओं की मौत और चारे की कमी ने संकट और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में जुटे कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं ताकि हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाई जा सके।