होशियारपुरः शहर का सिविल अस्पताल सवालों के घेरे में आ गया है। कुछ लोगों और भाजपा की हलका इंचार्ज ने अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दरअसल, गढ़शंकर के गांव कोट के 2 भाई 3 जून से मारपीट के कारण सिविल अस्पताल में भर्ती होने के लिए आए हैं, लेकिन घायलों का आरोप है कि सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने उनका इलाज नहीं किया है। वहीं भाजपा की हलका इंचार्ज ने भी जायजा लेने दौरान घायलों का इलाज न होने की बात कही।
सिविल अस्पताल में भर्ती घायल राम दास पुत्र सरवन राम ने भाजपा हलका इंचार्ज निमिशा मेहता को बताया कि 3 जून की रात को गांव के ही कुछ लोगों ने उसके घर पर हमला कर तोड़फोड़ की थी और उसके साथ मारपीट भी की गई, जिससे वह और उसका बड़ा भाई जसवीर सिंह घायल हो गए। परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल गढ़शंकर में भर्ती कराया, लेकिन कई दिन बीत जाने के बावजूद डॉक्टरों ने उनका इलाज नहीं किया। राम दास ने बताया कि इस संबंध में डॉक्टरों ने कहा कि जब तक पुलिस उनके बयान दर्ज नहीं करती, तब तक उनका इलाज नहीं किया जाएगा।
भाजपा हलका इंचार्ज ने सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह शर्मनाक है कि डॉक्टरों ने मारपीट के दौरान घायल मरीज का इलाज नहीं किया। उन्होंने कहा कि वह 3 जून को ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों के खिलाफ उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगी। इस संबंध में जब डॉ. परम हंस से बात की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि जब राम दास और जसवीर सिंह को घायल अवस्था में उनके पास लाया गया था तो उन्होंने मौके पर ही कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद घायलों का इलाज शुरू कर दिया था। डॉ. परम हंस ने कहा कि जसवीर सिंह के सिर में चोट लगी है जबकि राम दास की अंगुलियों में फ्रैक्चर है और अस्पताल में संबंधित डॉक्टर के न होने के कारण दोनों घायलों को आज रेफर किया जा रहा है।