शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की अध्यक्षता में 14 सितम्बर को होने वाली मंत्रिमंडल बैठक में खंड शिक्षा स्रोत समन्वयक (बीआरसीसी) की नियुक्ति के लिए नई पॉलिसी आ सकती है। इसके तहत 10 वर्ष का नियमित शिक्षण अनुभव रखने वाले शिक्षकों को इस पद पर नियुक्ति दी जा सकती है। नियुक्ति की यह अवधि 3 वर्ष के लिए किए जाने की संभावना है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिस पर मंत्रिमंडल से स्वीकृति मिलने की पूरी संभावना है।
प्रदेश में मानसून की भारी वर्षा के कारण आई प्राकृतिक आपदा को लेकर बैठक में चर्चा होगी। इसके अलावा विभिन्न विभागों से आए प्रस्तावों एवं मुख्यमंत्री की तरफ से बजट में की गई घोषणाओं पर भी मुहर लग सकती है। जानकारी के अनुसार प्रदेश में करीब 236 शिक्षा ब्लॉक हैं, जिसमें प्रत्येक शिक्षा खंड में 1 प्राइमरी और 1 अप्पर विंग में बीआरसीसी नियुक्त किए जाते हैं। यानि प्रदेश में करीब 472 बीआरसीसी की सेवाएं ली जा सकती हैं। इससे पहले सरकार ने पहले बनी पॉलिसी को रद्द कर दिया था।
मंत्रिमंडल बैठक में 18 सितम्बर से शुरू होने जा रहे विधानसभा के मानसून सत्र में लाए जाने वाले संशोधनों पर चर्चा हो सकती है। इसके अलावा कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को भंग करने के बाद नई भर्ती एजैंसी के गठन को मंजूरी दिए जाने का विषय भी चर्चा के लिए आ सकता है ताकि आने वाले समय में खाली पदों को भरने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जा सके। वर्तमान सरकार ने शीघ्र 10 हजार पदों को भरने की बात कही है, जिसके लिए नई भर्ती एजैंसी या आयोग का गठित होना जरुरी है।
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