पटना। बिहार में 17 दिनों में 12 पुल गिरने मामले में बिहार सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में 15 इंजीनियर को निलंबित कर दिया है। साथ ही पुलों के पुर्ननिर्माण का भी आदेश दिया गया है। वहीं, मामले से जुड़े दो इंजीनियरों से स्पष्टीकरण मांगा गया है, जिन इंजीनियर को सस्पेंड किया गया है, उसमें 4 ग्रामीण कार्य विभाग के और 11 जल संसाधन विभाग के हैं। 2 कार्यपालक अभियंता, 4 सहायक अभियंता, 2 कनीय अभियंता समेत 15 इंजीनियरों को सस्पेंड किया गया है।
साथ ही जहां-जहां पुल गिरे हैं वहां के ठेकेदारों से पुलों की लागत राशि की वसूली की जाएगी। इसके साथ ही मातेश्वरी कंस्ट्रक्शन कंपनी पर भी गाज गिरी है। सरकार ने इसे ब्लैक लिस्ट कर दिया है। इसके अलावा अधिकारियों ने पिछले 17 दिनों में सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में कुल 10 पुल ढहने की बात स्वीकार की है।
जांच समिति ने जल संसाधन विभाग को जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद यह एक्शन हुआ है। जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने कहा है कि जांच में इंजीनियर्स की लापरवाह और निगरानी को अप्रभावी पाया गया है। इसके कारण राज्य में कई छोटे पुल ढह गए।