संगरूरः बीबी जागीर कौर आज गोबिंद सिंह लोंगोवाल के घर उनकी बेटी के निधन पर दुख सांझा करने के लिए पहुंची। इस दौरान उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाई और इस मुश्किल की घड़ी में परिवार को दुख सहन करने की शक्ति देने का बल देने की परमात्मा से अरदास की।
इस दौरान बीबी जागीर कौर मीडिया से भी रू-ब-रू हुई। उन्होंने राजनीतिक व पार्टी के हालातों के बारे में बोलते हुए कहा कि एक समय ऐसा आ गया था कि लोगों और नौजवानों की तब यह सोच बन गई थी एक बार पार्टी प्रधान नेतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देंगे तो पार्टी अपने पैरों पर खड़ा हो जाएगी। इसकी मुख्य वजह यह थी कि पार्टी अपनी कुछ गलतियों का अहसास नहीं कर रही थी। इसी के चलते पार्टी लगातार चुनाव हारती रही और पार्टी अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो सकी। बाद में सभी सूझवानों की अगुवाई में श्री अकाल तख्त साहिब की मौजूदगी में पार्टी प्रमुख ने माफी मांग ली थी और बाद में फिर से चुनाव हुए। इसके बाद फिर से सुखबीर बादल को ही प्रधान मनोनित कर लिया गया। अब देखना ये है कि लोग उन्हें उसी तरह देखते हैं कि नहीं।
उन्होंने बताया कि जब वह प्रधान बनी थी, तो उन्होंने कई महिलाओं को भी पार्टी में शामिल किया और महिलाओं को जागरूक भी किया कि वह उन महिलाओं को जागरूक करेंगी, जो महिलाएं अपना रास्ता भटक गई हों और गलत रास्ते पर चल पढ़ी हो। इसलिए महिलाएं लोगों के घरों में मां बनकर जाएं और सभी को जागरूक करें कि वह भी राजनीति में आए और राज्य को सुधारने में अपना योगदान दें। इसी के चलते महिलाएं काफी आगे आई जिसके चलते कई स्थानों पर महिलाओं ने वोटों के जरिए पद हासिल किए। इससे कई महिलाओं को भी होसला मिला है कि वह आगे आए और राजनीति में सहयोग करें। वहीं पार्टी आने वाले समय में पूरी तरह उबरकर आएगी और लोगों के दिलों में फिर से अपनी जगह बना लेगी।