नई दिल्ली : माफिया अतीक भले ही अब इस दुनिया में नहीं है। लेकिन उसके काले करतूतों से कमाई गई संपत्ति अब भी आबाद है। ऐसे में अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाने वाली योगी सरकार एक बार फिर एक्शन मोड में आ गई है और इसी के तहत माफिया अतीक अहमद की कुर्क संपत्ति का सत्यापन शुरू हो गया। कुर्क संपत्ति के सत्यापन के लिए पुलिस ने एक टीम का गठन किया है। अब तक अतीक अहमद की करीब 300 करोड़ की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट में कुर्क हो चुकी है। अतीक अहमद की कुर्क जमीन लोगों द्वारा कब्जाने के मामले सामने आने के बाद सत्यापन शुरू किया गया है।
हाईकोर्ट के पास कुर्क एक जमीन कब्जाने के मामले में सिविल लाइन थाने में पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कराया है। कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के पहले कुर्क जमीनों की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की थी. लेकिन अब कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद पुलिस कुर्क संपत्तियों की जांच में जुट गई है। अतीक गैंग के खिलाफ बसपा शासन काल में 2007-08 में गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्की हुई थी। हालांकि उस वक्त कुर्क ज्यादातर संपत्तियों को सपा शासन काल में अतीक ने वैध कमाई की संपत्ति बताकर डीएम कोर्ट से रिलीज करा ली थी।
इससे पहले 2003 में भी पुलिस ने अतीक की संपत्तियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। कुछ वर्ष पहले पुलिस ने जब सत्यापन किया तो पता चला कि झूंसी में कुर्क की गई जमीन प्लाटिंग कर बेच दी गई थी। योगी सरकार बनने के बाद ऑपरेशन माफिया के तहत अतीक अहमद की अवैध संपत्तियों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई। अब तक माफिया अतीक अहमद की प्रयागराज से लेकर लखनऊ, दिल्ली और नोएडा में 300 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क हो चुकी है।