चंडीगढ़: संगरूर से आम आदमी पार्टी के सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने संसद में सप्लीमेंट्री मांगों पर चर्चा के दौरान आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों के स्थायीकरण और उनके मानदेय वृद्धि की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि वर्करों को वर्तमान में केवल 4,500 रुपये और हेल्परों को 2,250 रुपये मिलते हैं, जो पर्याप्त नहीं हैं। मीत हेयर ने केंद्र सरकार से उनके वेतन को स्थायी और नियमित करने की अपील की।
सांसद ने पंजाब में आई भीषण बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य को लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ है और बुनियादी ढांचा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1,600 करोड़ रुपये के पैकेज के बावजूद अब तक कुछ भी जारी नहीं हुआ है और मांग की कि बाढ़ के वास्तविक नुकसान की भरपाई के लिए तत्काल 20 हजार करोड़ रुपये प्रदान किए जाएं। इसके अलावा, उन्होंने जनगणना न होने के कारण बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत नए राशन कार्ड तुरंत बनाने की भी आवश्यकता बताई।

खेलों के अनुदानों में भेदभाव का मुद्दा उठाते हुए मीत हेयर ने कहा कि खेलो इंडिया ग्रांटों में पंजाब की अनदेखी की जा रही है, जबकि 2024 में गुजरात को करोड़ों रुपये दिए गए। उन्होंने उल्लेख किया कि पेरिस ओलंपिक 2024 में पंजाब के आठ खिलाड़ियों ने पदक जीते, जबकि गुजरात ने कोई पदक नहीं जीता। मीत हेयर ने खेलों में अनुदान राज्यों को उनके प्रदर्शन के आधार पर देने और 2030 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए सप्लीमेंट्री ग्रांट की व्यवस्था करने की मांग भी की।