चरखी दादरीः हरियाणा के चरखी दादरी में व्यक्ति ने बेटे के साथ मिलकर जहरीली वस्तु निगल ली। मिली जानकारी के अनुसार व्यक्ति ने कर्ज से परेशान होकर यह खौफनाक कदम उठाया है। घटना के बाद व्यक्ति को उसके बेटे को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां ईलाज के दौरान व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि 5 वर्षीय बेटे का निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। मृतक की पहचान 34 वर्षीय संदीप निवासी गांव बरेला के रूप में हुई है, जबकि बेटे की पहचान देव के रूप में हुई है।
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बाढड़ा थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। वहीं संदीप के भाई प्रदीप कुमार ने बताया कि कर्ज से परेशान होकर भाई ने यह कदम उठाया है। प्रदीप ने कहा कि उसका भाई पहले सिंचाई विभाग में एग्रीमेंट आधार पर बतौर बेलदार था। बाद में उसको नौकरी से हटाने पर गांव में पशु डेयरी का काम करने लगा था। संदीप ने बीती देर शाम खेत में बने अपने घर पर जहर निगल लिया और 5 वर्षीय बेटे देव को भी जहर खिला दिया। दोनों की हालत खराब होने पर परिजनों ने उनको सतनाली के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां संदीप की मौत हो गई। वहीं 5 वर्षीय बेटा की हालत गंभीर बनी हुई है।
मृतक के भाई प्रदीप कुमार के अनुसार सिंचाई विभाग के तत्कालीन जेई व एसडीओ ने उसके भाई को बेलदार की पक्की नौकरी लगवाने के लिए लाखों रुपए मांगे थे। जिस पर अधिकारी द्वारा उसके भाई की करीब सवा 2 एकड़ जमीन का एग्रीमेंट भी करवा लिया था। जमीन वापस करवाने के लिए अधिकारी को करीब 12 लाख रुपए भी दिए। बावजूद इसके ना जमीन मिली और ना ही पक्की नौकरी मिली। अब उनको धमकियां दी जा रही थी। ऐसे में संदीप ने परेशान होकर जहर खा लिया। जिस समय जहर दिया गया उस समय संदीप अपने बेटे के साथ खेत में बने मकान के गेट पर बैठा था। जहां उसने स्वयं जहर खाया और अपने बेटे को दिया। इस दौरान उसकी पत्नी घर के अंदर मौजूद थी।
जब 5 वर्षीय उसके बेटे देव को उल्टियां शुरू हुईं, तो वह दौड़कर मकान के अंदर अपनी मां के पास गया। जब वह बाहर आई तो उसे पूरी स्थिति का पता चला और उसने फोन कर इसकी सूचना प्रदीप को दी। जिसके बाद वह उन्हें अस्पताल लेकर गया। मृतक संदीप के भाई प्रदीप ने बताया कि जब वह जहर खाने के बाद संदीप को अस्पताल लेकर जा रहा था, तो उसने बताया कि उसे कर्ज के लिए परेशान किया जा रहा है। जिसके चलते उसने जहर खाया है। उसने बताया कि संदीप ने कहा कि उसकी मौत के बाद ये लोग उसके बेटे को परेशान करेंगे। इसी के चलते उसने अपने साथ बेटे को भी जहर दे दिया।
प्रदीप ने बताया कि 2019 तक संदीप सिंचाई विभाग में एग्रीमेंट के आधार पर बतौर बेलदार नौकरी करता था। उस दौरान सिंचाई विभाग के तत्कालीन जेई ने उसे पक्का करवाने का झांसा दिया और 12 लाख में बात तय की। उसके पास रुपए नहीं होने पर उसने जमीन का एग्रीमेंट करवा लिया। बाद में उसे नौकरी से निकाल दिया गया तो उसने पशु डेयरी कर ली। उसे पक्का नहीं करवाने और नौकरी से हटाने पर एग्रीमेंट वापस मांगा, तो उसे कहा कि रुपए ऊपर दे दिए हैं। बाद में उसने डेयरी पर लोन लिया और दूध बेचकर दो बार में उसके घर जाकर रुपए दिए। लेकिन उसके बाद भी एग्रीमेंट वापस नहीं दिया गया और परेशान करने लगा।
जिसके चलते बीते दिसंबर महीने में भी वह 1 सप्ताह तक घर से लापता रहा। उसने बताया कि कुछ गांव के लोग भी कर्ज के लिए परेशान करते थे। जिसके चलते उसने जहर निगल लिया और मौत हो गई। जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। मृतक की पत्नी ज्योति की शिकायत के आधार पर सिंचाई विभाग अधिकारी सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज करते हुए आगामी कार्रवाई की जा रही है।