नई दिल्ली: मुनक नहर एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण और दिल्ली में चल रहे पीडब्ल्यूडी प्रोजेक्ट्स का रिव्यू लेने के लिए शुक्रवार को सीएम रेखा गुप्ता ने अधिकारियों की एक मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में उन्होंने पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश सिंह, पीडब्ल्यूडी के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नवीन चौधरी और बाकी के अधिकारी भी मौजूद रहे। मीटिंग में मौजूद अधिकारियों ने यह बताया कि मुनक नहर पर प्रस्तावित 20 किमी लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण के लिए कंसलटेंट नियुक्त करने के लिए 15 जुलाई को टेंडर कॉल किया गया है। 31 अक्टूबर तक प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार हो जाएगी।
एलिवेटेड कॉरिडोर पर विस्तार से हुई चर्चा
दिल्ली सरकार की सूत्रों की मानें तो पीडब्ल्यूडी प्रोजेक्ट्स के अलावा मुनक नहर पर प्रस्तावित 20 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण पर विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि एलिवेटेड कॉरिडोर को यूईआर-2 से भी कनेक्ट किया जाएगा ताकि लोगों को नॉर्थ दिल्ली में आने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग मिल सके। 20 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर बवाना के पास से शुरु होगा और इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन तक बनेगा। मेन कॉरिडोर की लंबाई करीबन 20 किलोमीटर होगी। फ्लाईओवर पर चढ़ने और उतरने के लिए मुनक नहर के दोनों और रैप बनाए जाएंगे। इसको मिलाकर एलिवेटेड कॉरिडोर की कुल लंबाई करीबन 30 किलोमीटर होगी। फ्लाईओवर के निर्माण पर करीब 3,000 करोड़ रुपये खर्च का आकलन किया गया है।
सभी प्रोजेक्ट्स का हुआ रिव्यू
मीटिंग में पीडब्ल्यूडी के सभी प्रोजेक्ट्स का रिव्यू किया गया था। इसमेें बादली मेट्रो स्टेशन के पास बनने वाले अंडरपास, भैरो मार्ग अंडरपास-5, नंद नगरी फ्लाईओवर सहित कई सारे प्रोजेक्ट्स शामिल थे। मुनक नहर के एक और एलिवेटेड कॉरिडोर और दूसरी ओर ग्रीन जोन और रिवरफ्रंट डेवलप करने का प्लान है इसमें रीक्रिएशनल जोन सोशयो इकनॉमिक एरिया और फूड प्लाजा डिवेलप किया जाएगा।