अमृतसर : पंजाब के निलंबित IG परमराज सिंह उमरानंगल और 2 अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि गुरदासपुर जिले के एक व्यक्ति को फर्जी मुठभेड़ में मारा गया था। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) द्वारा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में पहले सौंपी गई अंतिम रिपोर्ट पर इन्हें सस्पेंड किया गया था। विशेष DGP और हाईकोर्ट द्वारा गठित SIT के प्रमुख गुरप्रीत देव ने बीते दिन कोर्ट के समक्ष एक हलफनामा दायर किया। जिसमें जांच का हवाला देते हुए कहा गया कि 1994 की मुठभेड़ जिसमें काला अफगाना गांव के सुखपाल सिंह की मौत हो गई थी, में तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर FIR दर्ज की गई।
उमरानंगल के साथ जिन 2 अन्य पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज किया गया है, उनमें मोरिंडा के तत्कालीन DSP जसपाल सिंह और लुथेरी पुलिस चौकी के तत्कालीन प्रभारी एएसआई गुरदेव सिंह (जिनकी अब मौत हो चुकी है) शामिल है। SIT ने रिपोर्ट में कहा कि 29 जुलाई 1994 को मृतक पर आर्म्स एक्ट और टाडा के तहत दर्ज की गई FIR की जांच से पता चला कि इसमें शामिल अधिकारियों द्वारा गलत आधार पर मामला दर्ज किया गया था। हाईकोर्ट सुखपाल सिंह की पत्नी दलबीर कौर और पिता जागीर सिंह द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रहा है। जिन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस ने सुखपाल की हत्या कर दी। इतना ही नहीं, पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दावा किया कि उन्होंने उक्त मुठभेड़ में आतंकवादी गुरनाम सिंह बंडाला उर्फ नीला तारा को मार गिराया था।