जालंधरः मोबाइल पर आ रहे Emergency Alert मैसेज को लेकर लोग हुए परेशान, जानें मामला

जालंधरः मोबाइल पर आ रहे Emergency Alert मैसेज को लेकर लोग हुए परेशान, जानें मामला

जालंधर, ENS: आज सुबह से ही लोगों के फोन में Emergency Alert का मैसेज आ रहा है। जिसके बाद कुछ लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर इस मामले को लेकर पूछताछ कर रहे है। अगर आपके फोन में आ रहा है तो घबराएं नहीं। दरअसल, यह Emergency Alert  केंद्र सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा भेजा गया, दूरसंचार विभाग की ओर से भेजे गए इस मैसेज को आपातकालीन अलर्ट सिस्टम की टेस्टिंग के तहत भेजा गया । दरअसल, सरकार एक आपातकालीन अलर्ट सिस्टम पर काम कर रही है, ताकि बाढ़ या किसी प्राकृतिक आपदा जैसी आपात स्थिति में लोगों को तुरंत अलर्ट किया जा सके। चलिए जानते हैं क्या है यह तकनीक और कैसे काम करती है। इसके जरिए आपात स्थिति में या किसी बड़े संकट की स्थिति में देश के सभी नागरिकों को एक समय में जानकारी देने की व्यवस्था को परखा गया है।

इमरजेंसी अलर्ट, इमरजेंसी नोटिफिकेशन सिस्टम का एक हिस्सा है, जिसका उपयोग सरकार दूरसंचार विभाग की मदद से उपयोगकर्ताओं को आगामी प्राकृतिक आपदा या आपात स्थिति के बारे में सूचित करने के लिए कर सकती है। इमरजेंसी अलर्ट से लोगों को पहले से या आपदा के दौरान सचेत करके उनकी जान बचाने में मदद मिलेगी। आमतौर पर सभी फोन में यह अलर्ट डिफॉल्ट रूप से ऑन रहता है ताकि आपात स्थिति में लोगों को किसी आपदा के लिए सतर्क किया जा सके। यदि आपके फोन में अलर्ट की सेटिंग ऑन नहीं है तो आप इसे ऑन कर सकते हैं।

यदि आपके पास आईफोन है तो आप फोन की सेटिंग में जाकर Notifications पर क्लिक करें और Critical Alerts को ऑन कर दें या फिर आपको ऐसे अलर्ट नहीं चाहिए तो इसे ऑफ कर दें। एंड्रॉयड फोन में भी इस सेटिंग को ऑन या ऑफ किया जा सकता है। इसके लिए फोन की सेटिंग में जाकर Safety and Emergency पर क्लिक करना होगा और Wireless emergency alerts पर क्लिक करके इसे ऑन या ऑफ करना होगा।

यह सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में ऐसी स्थिति होने पर सभी नागरिकों को समय पर सतर्क किया जाए। शुक्रवार दोपहर देश भर में मोबाइल यूजर्स को आपातकालीन अलर्ट मिला, जिसमें लिखा गया है - महत्वपूर्ण सूचनाः आपको अपने मोबाइल पर अलग ध्वनि और कंपन के साथ आपदा संबंधित एक परीक्षण संदेश मिल सकता है। कृप्या घबराएं नहीं, यह संदेश वास्तविक आपात स्थिति का संकेत नहीं है। यह संदेश एक नियोजित परीक्षण प्रक्रिया के तहत दूरसंचार विभाग, भारत सरकार, द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA)  के सहयोग से भेजा जा रहा है।