पहली बार विधानसभा की गैलरी में पहुंचे मजदूर
चंडीगढ़ः पंजाब सरकार ने मनरेगा के संशोधन बिल को लेकर आज विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। जहां आज विधानसभा में सबसे पहले 4 साहिबजादों की शहादत को नमन किया गया। वहीं आप विधायक सत्र के लिए मजदूरों से भरवाए गए पत्र लेकर विधानसभा पहुंचे। इस दौरान वह सिर पर रखकर पत्रों के बंडल लाए। पंजाब विधानसभा में आज मनरेगा के मुद्दे पर किए गए विशेष सत्र के दौरान एक नया इतिहास रचा जा रहा है।
केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा योजना में किए गए बदलाव और मजदूरी में बाधा डालने के डर के कारण, आज बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूर अपने नेताओं और विधायकों की बात सुनने के लिए खुद विधानसभा की गैलरी में मौजूद है। यह पहला मौका होगा जब मजदूर इतनी बड़ी मात्रा में सदन की कार्रवाई देखने के लिए चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। मजदूर नेताओं के अनुसार, कार्यकर्ता यह देखना चाहते हैं कि कौन से नेता उनके रोजगार और हक़ों की रक्षा के लिए सदन में आवाज़ उठाते हैं। प्रदेश में काफी संख्या में मजदूरों से इसके खिलाफ पत्र भरवाए गए। वहीं विधानसभा का विशेष सत्र शुरू होने से पहले ही राजनीतिक माहौल पूरी तरह गर्म हो गया है।
मनरेगा के मुद्दे पर आयोजित इस सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे पंजाब के मंत्रियों और भाजपा विधायकों के बीच तीखी बदसलूकी देखने को मिली। पंजाब के मंत्री अमन अरोड़ा ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बहुत ही कठोर शब्दावली का इस्तेमाल किया। अरोड़ा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार केवल अरबपतियों के लिए काम कर रही है और देश के करोड़ों गरीबों के ऊपर लाठियां बरसा रही है। उन्होंने बताया कि आज वह प्रधानमंत्री के नाम 10 लाख चिट्ठियां लेकर पहुंचे हैं, जो गरीबों की आवाज को दर्शाती हैं।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि केंद्र की इन चालाकियों को सफलता नहीं मिलने दी जाएगी। उधर, भाजपा ने पंजाब में मनरेगा योजना में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां को पत्र लिखकर उनसे विशेष के बजाय पूरा शीतकालीन सत्र बुलाने की मांग की है ताकि मनरेगा के अलावा अन्य मसलों पर भी चर्चा करवाई जा सके।