जालंधर, ENS: मशहूर पंजाबी गायक जसबीर जस्सी का एक वीडियो सामने आई है, जिसमें गायक द्वारा एक धार्मिक समारोह में शब्द गायन और कीर्तन का कार्यक्रम किया गया। श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सिख धर्म की परंपरा और सिख रीतियों के अनुसार कीर्तन केवल पूर्ण सिख ही कर सकता है।
जत्थेदार ने स्पष्ट किया कि सिख रहित मर्यादा में स्पष्ट लिखा है कि गुरु साहिब की हजूरी में कीर्तन केवल सिख कर सकता है, पातित सिख नहीं कर सकता। इसका अर्थ है कि कीर्तन का अधिकार और उसका अभ्यास केवल उसी व्यक्ति के पास होना चाहिए जो सच्चा सिख हो और गुरु ग्रंथ साहिब की शिक्षाओं के अनुसार आचरण करता हो।
उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों में परंपराओं का पालन करना बेहद आवश्यक है और किसी भी तरह का उल्लंघन सिख धर्म की मर्यादा के खिलाफ माना जाएगा। सोशल मीडिया पर यह पोस्ट वायरल होने के बाद दर्शकों और फैंस के बीच प्रतिक्रियाएं आने लगीं। कुछ लोगों ने जस्सी के प्रयासों की सराहना की और इसे धार्मिक भावनाओं और सांस्कृतिक संगीत को बढ़ावा देने वाला कार्य बताया। वहीं, कुछ धार्मिक विद्वानों और जत्थेदारों ने परंपरा के अनुसार कीर्तन के अधिकार और मर्यादा के पालन पर जोर दिया।