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राष्ट्रपति Droupdi Murmu ने INS वाघाशीर से किया समुद्री सफर, शेयर किया अपना खास Experience

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इन दिनों कर्नाटक दौरे पर हैं। ऐसे में आज उन्होंने कर्नाटक के कारवार नौसैनिक अड्डे पर भारतीय नौसेना की फ्रंटलाइन पनडुब्बी आईएनएस वाघशीर में सफर किया। राष्ट्रपति की इस सैर के दौरान नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी भी उनके साथ मौजूद रहे। राष्ट्रपति ने नौसैनिक वर्दी पहनकर पनडुब्बी में प्रवेश करने से पहले वहां मौजूद कर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।

पनडुब्बी की यात्रा करने वाली दूसरी राष्ट्रपति बनी मुर्मू

पनडुब्बी की यात्रा करने वाली द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी राष्ट्रपति बन गई है। उनसे पहले फरवरी 2006 में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने पनडुब्बी की यात्रा का अनुभव लिया था। इसके साथ ही राष्ट्रपति मूर्मू कलवरी-क्लास सबमरीन पर यात्रा करने वाली पहली महिला राष्ट्राध्यक्ष बन गई हैं। वह पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम के बाद सबमरीन में यात्रा करने वाली दूसरी राष्ट्राध्यक्ष भी हैं। कलाम ने साल 2006 में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में सबमरीन में यात्रा की थी।


इससे पहले राष्ट्रपति ने इंडियन एयर फोर्स के दो एयरक्राफ्ट की उड़ान भरी थी। अप्रैल 2023 में उन्होंने असम के तेजपुर में एयर फोर्स स्टेशन पर सुखोई Su-30 MKI फाइटर जेट की ऐतिहासिक उड़ान भरी थी। एयरक्राफ्ट को 106 स्कवॉड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन नवीन कुमार ने उड़ाया था।

फाइटर प्लेन से भी उड़ान भर चुकी हैं राष्ट्रपति

इस साल 29 अक्टूबर को उन्होंने हरियाणा के अंबाला में एयर फोर्स स्टेशन पर रफाल फाइटर जेट पर की थी। रफाल जेट को 17 स्कवाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन अमित गेहानी ने उड़ाया था। इसके साथ ही मूर्मु भारत क अकेली ऐसी प्रेजिडेंट बन गई हैं जिन्होंने आईएफ के दो फाइटर जेट की सॉर्टी की है।

अपनी सॉर्टी के बाद मुर्मू ने कहा था कि – ‘मैं इंडियन एयर फोर्स के रफाल एयरक्राफ्ट पर अपनी पहली उड़ान के लिए एयर फोर्स स्टेशन अंबाला में आकर बहुत खुश हूं। रफाल पर सॉर्टी मेरे लिए एक यादगार अनुभव है। ताकतवर रफाल एयरक्राफ्ट पर इस पहली उड़ान ने मुझमें देश की रक्षा क्षमताओं पर गर्व की एक नई भावना पैदा की है’।

इसलिए खास है आईएनएस वाघाशीर

आईएनएस वाघाशीर इंडियन नेवी की कलवरी स्लाक डीजल इलेक्ट्रिक अटैक सबमरीन है। इसमें मुंबई की मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने फ्रांस के नेवल ग्रुप से लाइसेंस लेकर बनाया है। इसका इस्तेमाल एंटी सरफेस और एंटी सबमरीन ऑपरेशन के साथ-साथ इंटेलिजेंस, सर्विलांस और रिकॉर्निसेंस मिशन के लिए भी किया जा सकता है। आईएनएस वाघाशीर में छ: वेपन लॉन्चिंग ट्यूब है। इसके अलावा टॉरपीडो और मिसाइल के साथ-साथ 18 हथियार ले जा सकता है। यह प्रोजेक्ट-75 के सफल पूरा होने का निशान है।

 

 

 

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