नई दिल्ली: राजधानी में मोदी सरकार के मनरेगा मजदूर विरोधी VBGramG नए कानून को रद्द करने और पुराने मनरेगा कानून की वापसी की मांग को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में देश के अलग-अलग राज्यों के मनरेगा मजदूर संगठनों ने हिस्सा लिया।
मजदूर संगठनों ने इस दौरान मनरेगा बचाओ मोर्चा का गठन किया। इस बैठक में यह तय किया गया कि 29 दिसंबर 2025 को मनरेगा की वापसी और मजदूर विरोधी VBGramG कानून को रद्द करने के लिए जिलों और तहसील मुख्यालयों पर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
बैठक में यह भी सर्वसम्मति बनी कि यह नया कानून मनरेगा मजदूरों (दलित, पिछड़ा, आदिवासी, अति पिछड़ा और महिला) को बड़े उद्योगपतियों के लिए बंधुआ मजदूर बनाने की साजिश है। इस दौरान यह फैसला भी लिया गया कि लाखों मनरेगा मजदूरों के साथ दिल्ली कूच किया जाएगा।
इसके साथ ही एक समिति भी बनाई गई। इस समिति में धीरज गाबा, जीन ड्रीजे, प्रबल प्रताप शाही, विजय पांडे, अशोक भारती, एड. गगन दीप कौर, भगवान सिंह, अजय आशु, रमनदीप, सौरभ, राजकुमार गज्जर, रेशम सिंह, वीरेंद्र सिंह, सौरभ सिंह, फरीद अहमद, अतर सिंह, संजू, सुनील शर्मा, समुंद्र सिंह, सिकंदर, सुनील मेडल, सुरेंद्र कुशवाहा, पंचम सिंह, जगशीर सिंह और अवतार सिंह शामिल हैं।