मनोरंजन: 98वें ऑस्कर एकेडमी अवॉर्ड्स में करण जौहर की फिल्म ‘होमबाउंड’ छा गई है। धर्मा प्रोडक्शन के बैनर में बनी इस मूवी को बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में शॉर्टलिस्ट किया गया है। फिल्म को मिली इस सक्सेस से करण जौहर काफी खुश हैं। करण इस मोमेंट को सेलिब्रेट करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। ‘होमबाउंड’ फिल्म को नीरज घेवान ने डायरेक्ट किया है। इसमें विशाल जेठला, ईशान खट्टर और जाह्नवी कपूर लीड रोल में नजर आए थे।
‘होमबाउंड’ को मिलेगा ऑस्कर
16 दिसंबर को एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स ऑर्ट्स एंड साइंस ने ‘होमबाउंड’ के शॉर्टलिस्ट होने की जानकारी दी है। बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में दुनियाभर से 86 फिल्मों में से 15 फिल्में शॉर्टलिस्ट किया गया है। इसमें से होमबाउंड भी एक है। इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटिगरी में शॉर्टलिस्ट हुए ये फिल्में दुनिया भर के सिनेमा की अलग झलक दिखाती हैं। होमबाउंड की इस कैटेगरी में अर्जेंटीना की ‘बेलेन’, ब्राजील की ‘द सीक्रेट एजेंट’, फ्रांस की ‘इट वॉज जस्ट ऐन एक्सीडेंट’, जर्मनी की ‘साउंड ऑफ फॉलिंग’, इराक की ‘द प्रेसिडेंट केक’, जॉर्डन की ‘ऑल डेट्स लेफ्ट ऑफ यू’, जापान की ‘कोकुहो’, साउथ कोरिया की ‘नो अदर चॉइस’, नॉर्वे की ‘सेंटिमेंटल वैल्यू’, स्पेन की ‘सिराट’, स्विटजरलैंड की ‘लेट शिफ्ट’ समेत बाकी फिल्मों के साथ टक्कर होगी।
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करण जौहर ने लिखा इमोशनल पोस्ट
होमबाउंड के ऑस्कर्स में शॉर्टलिस्ट होने पर करण ने इमोशनल पोस्ट शेयर की है। उन्होंने लिखा कि – ‘मैं बता नहीं सकता इस समय मुझे कितना गर्व महसूस हो रहा है। मैं सातवें आसमान पर हूं मैंने होमबाउंड की जर्नी देखी है। धर्मा मूवीज और मैं होमबाउंड जैसी मूवी को अपनी फिल्मोग्राफी में पाकर प्राउड हूं। थैंक्यू नीरज घेवान हमारे कई सारे सपनों को सच करने के लिए कान्स से लेकर ऑस्कर में शॉर्टलिस्ट होने की ये जर्नी बहुत ही खास रही है। पूरे कास्ट, क्रू और इस खास फिल्म की सभी टीमों को ढेर सारा प्यार आगे बढ़ते रहो’।
दो दोस्तों की कहानी पर आधारित है फिल्म
इस फिल्म में दो बचपन के दोस्तों (विशाल जेठवा और ईशान खट्टर) की दोस्ती दिखाई गई है। विशाल मूवी में दलित लड़के चंदन कुमार के किरदार में हैं। वहीं ईशान मुस्लिम लड़के शोएब मोहम्मद का किरदार निभा रहे हैं। बचपन में उन्होंने समाज के तिरस्कार और भेदभाव का सामना किया है। बचपन से ही दोनों दोस्त गरीबी की मार झेल रहे हैं। चंदन और शोएब के सपने बड़े होते हैं और वो अपनी जिंदगी अच्छे से जीना चाहते हैं इसलिए वो अपनी जिंदगी को संवारने के लिए पुलिस सेवा में भर्ती होने का सपना देखते हैं लेकिन जैसे ही वो अपने गोल के पास पहुंचते हैं उनकी दोस्ती में दरार आने लगती है।