चंडीगढ़ः सेक्टर-43 से पंजाब यूनिवर्सिटी तक महाघेराव की आज तैयारी की जाएगी। पंजाब यूनिवर्सिटी से उठी चिंगारी गांव-खेत और चौपालों से होते हुए अब सेक्टर-43 और यूनिवर्सिटी के गेट तक एक आंदोलन का रूप ले सकती है। सीनेट चुनाव और शिक्षा के मुद्दे पर शुरू हुई यह लड़ाई अब ‘पंजाब बचाओ’ आंदोलन में तब्दील हो चुकी है। बताया जा रहा है कि आज होने वाला यह प्रदर्शन महज धरना नहीं, बल्कि एक सुनियोजित ‘शक्ति प्रदर्शन’ है। वहीं दूसरी ओर इस प्रदर्शन से पहले पीयू के गेट नंबर एक और दो पर भारी सुरक्षा फोर्स तैनात कर दी है।
पीयू के गेट नंबर-2 पर आईटीबीपी के जवानों को तैनात किया गया है। गेट नंबर-1 पर लगभग 60 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। इस समय पीयू परिसर में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। गेट नंबर-2 पर भी भारी फोर्स तैनात है। हर आने जाने वाले की गहन चेकिंग की जा रही है। सीनेट चुनाव की मांग को लेकर बढ़ते हंगामे के बीच पंजाब यूनिवर्सिटी ने आज होने वाली परीक्षा केंद्रों सीएचडी40, सीएचडी41, सीएचडी43 और सीएचडी44 और डीएवी कॉलेज, सेक्टर-10 में स्थानांतरित होने वाले छात्रों की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। मोर्चा ने दिन में हुई वार्ता में कई मुद्दे रखे।
इसमें हरियाणा से री-एफिलिएशन पर बनी कमेटी खत्म की जाए, 13 नवंबर के आंदोलन में 14 छात्रों पर दर्ज एफआईआर वापस ली जाए। इसमें प्रशासन ने छात्रों से 8-10 दिन का समय मांगा है और इस दौैरान कोई नई कॉल न देने को कहा था। छात्रों ने कहा कि प्रशासन लगातार समय लेकर मामले टालता है। मोर्चा ने चेतावनी दी कि बुधवार शाम 5 बजे वीसी ऑफिस के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आगे की रणनीति घोषित की जाएगी।
आंदोलन के अगुवा किसान संगठन एसकेएम के प्रतिनिधि रमिंदर पटियाल ने बताया कि अलग-अलग जिलों से ट्रैक्टर के साथ चंडीगढ़ पहुंचने की तैयारी कर ली गई है। वे पिछले 2 दिन से पंजाब के उन गांवों में जा रहे हैं जहाँ से भीड़ को लाने की तैयारी हो रही है। हर गांव में इसकी जिम्मेदारी सरपंच को सौंपी गई है। आंदोलन के पोस्टर एक दिन पहले ही गांव-गांव पहुंचा दिए गए। आंदोलन लंबा खिंचने पर बारी-बारी से भोजन की व्यवस्था का भी जिम्मा सौंपा गया है।