बठिंडाः पंजाब में दिवाली के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी हवा में सुधार नहीं आया है। सोमवार को पराली जलाने के मामले में पंजाब में एक नया रिकॉर्ड बना। पंजाब प्रदूषण बोर्ड के द्वारा जारी आकंड़ों के अनुसार राज्य में एक दिन में सोमवार यानी 27 अक्टूबर को पराली जलाने की 147 नई घटनाएं दर्ज की गईं। यह इस सीजन का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है जब एक दिन में इतनी पराली जलाई गई है।
वहीं अब लोगों को प्रशासन द्वारा दोबारा से जागरूक किया जा रहा है। इसी को लेकर गांव कोटफत्ता में डिप्टी कमिश्नर रजेश धीमान और एसएसपी पहुंचे। जहां उनके द्वारा लोगों से मीटिंग करके पराली ना जलाने को लेकर जागरूक किया गया। वहीं लोगों ने बताया कि इस गांव में अब पराली नहीं जलाई जाती। गांव में पिछले 2 सालों से पराली की गांठे बनाकर उसका इस्तेमाल किया जाता है।
वहीं डीसी ने कहा कि पराली जलाने से जहां लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं पशुओं को भी इससे काफी नुकसान हो रहा है। मामले की जानकारी देते हुए डीसी ने बताया कि गांव में लोगों द्वारा पराली की गांठे बनाकर डंप तैयार किया गया है। उन्होंने पिछले 2 से 3 सालों से गांठे बनाकर डंप बनाने का काम शुरू किया है। इससे उनकी आय में बढ़ौतरी हो रही है। वहीं डीसी ने अन्य लोगों से भी इसी तरह पराली की गांठे बनाकर डंप तैयार करने की अपील की है।