पंचकूलाः संतान के सुखी जीवन के लिए सूर्यदेव और छठी मैया की आराधना के महापर्व छठ के दूसरे दिन व्रतियों ने खरना कर छठी मइया की पूजा की। सूर्यास्त के समय रसियाव खाकर व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू किया। हरियाणा में छठ महापर्व के तीसरे दिन यानी सोमवार शाम को व्रत रखने वाली महिलाएं सूर्य को अर्घ्य दे रही हैं। वहीं मुख्यमंत्री नायाब सैनी मुख्य अतिथि में शामिल हुए और उन्होंने भी छठ पूजा की।
सभी जिलों में नदियों और नहरों के किनारे लोग जमा पहुंचे। इसके लिए नहर और नदियों के घाट सजाए गए। पंचकूला में राज्य स्तरीय छठ पूजा महोत्सव मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री छठ मैया की पूजा-अर्चना में भाग लिया और घाट पर डूबते सूर्य देव को पहला अर्घ्य अर्पित किया। पंचकूला में घग्गर नदी घाट पर पानी न होने के कारण प्रशासन ने JCB की मदद से बहाव को मोड़ा और घाट पर पानी पहुंचाया।
उधर, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि यह पर्व लोक आस्था और सूर्य उपासना का प्रतीक है, जो समाज में एकता और श्रद्धा का संदेश देता है। इस पर्व से समाज में भाईचारा और सकारात्मकता का वातावरण बनता है। फरीदाबाद में छठ पूजा के लिए नगर निगम ने अलग-अलग जगहों पर करीब 100 घाट बनाए हैं। यहां 12 लाख से ज्यादा पूर्वांचल के लोग इस त्योहार को मना रहे है। वहीं, गुरुग्राम में नगर निगम ने 20 घाट बनाए हैं। यहां पूर्वांचल के करीब 5 लाख लोग रहते हैं।