चेन्नई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत श्रीसन फार्मा और तमिलनाडु ड्रग नियंत्रण विभाग के शीर्ष अधिकारियों से जुड़े चेन्नई स्थित 7 ठिकानों पर रेड की। यह छापेमारी कोल्ड्रिफ (Coldrif) कफ सिरप मामले के सिलसिले में की गई है, जिसके कारण मध्य प्रदेश में 20 से अधिक बच्चों की किडनी फेल होने से मौत हो गई थी। मौत होने की वजह किडनी खराब होना रहा।
श्रीसन फार्मा कंपनी द्वारा ही कोल्ड्रिफ कफ सिरप का उत्पादन किया जाता है। इस मामले में कंपनी के मालिक 73 वर्षीय जी रंगनाथन को भी गिरफ्तार किया गया। ED अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी तमिलनाडु के वरिष्ठ ड्रग नियंत्रण अधिकारियों के आवासों और जहरीले सिरप की निर्माता कंपनी श्रीसन फार्मा से जुड़े परिसरों पर की गई। बता दें कि जो दवा जीवन बचाती है, उसने बच्चों को मौत दी।
इस मामले ने देशभर में आक्रोश पैदा कर दिया है। वहीं, नियामक निगरानी और गुणवत्ता नियंत्रण में भी गंभीर खामियों को उजागर किया है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने कंपनी और तमिलनाडु खाद्य एवं औषधि प्रशासन दोनों द्वारा कई उल्लंघन पाए। खराब बुनियादी ढांचे और बार-बार सुरक्षा उल्लंघनों के बावजूद, श्रीसन 2011 में लाइसेंस प्राप्त करने के बाद से बेरोकटोक काम करती रही।