नई दिल्ली: शिरीष चंद्र मुर्मू को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी गर्वनर के तौर पर नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति 9 अक्टबूर 2025 को होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनका कार्यकाल 3 साल का होगा। एस. सी मुर्मू आरबीआई में बतौर एग्जीक्यूटिव डॉयरेक्टर काम कर रहे हैं। वहां उन्होंने बैंक की मौद्रिक और वित्तीय नीतियों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा प्रबंधन, बैंकिंग रेगुलेशन और वित्तीय स्थिरता जैसे क्षेत्रों में भी अपना खास योगदान दिया है।
डिप्टी गर्वनर के तौर पर नियुक्त हुए एस.सी मूर्मू
उनकी नियुक्ति के बाद आरबीआई की मौद्रिक नीति और बैंकिंग रेगुलेटरी फैसलो पर उनकी भूमिका और भी जरुरी हो जाएगी। एक्सपर्ट्स के अनुसार, शिरिष चंद्र मुर्मू की तकनीकी विशेषज्ञता और बैंकिंग क्षेत्र में अनुभव से भारतीय रिजर्व बैंक को मौद्रिक और वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में भी मदद मिलेगी। इस नियुक्ति के साथ ही आरबीआई के डिप्टी गर्वनर की टीम में नई एनर्जी और रणनीतिक दृष्टिकोण आने की उम्मीद जताई जा रही है।
बैंकिंग प्रणाली होगी मजबूत
आरबीआई के डिप्टी गर्वनर के तौर पर उनकी जिम्मेदारियों में बैंक की मौद्रिक नीति, वित्तीय बाजारों का नियमन, विदेशी मुद्रा प्रबंधन और बैंकिंग क्षेत्रों की निगरानी रखी जाएगी। इस नियुक्ति के जरिए भारतीय बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली भी मजबूत हो सकती है। मुर्मू एम.राजेश्वर राव की जगह लेंगे वो वर्तमान समय में बैंकिंग रेगुलेशन और बाकी पोर्टफोलिया के डिप्टी गर्वनर इन चार्ज है। राव का कार्यकाल 8 अक्टूबर को पूरा हो रहा है। आरबीआई के चार डिप्टी गर्वनर होते हैं। इसके पास मौद्रिक नीति, वित्तीय मार्केट विनियमन, बैंकिंग सुपरविजन और रेगुलेशन की जिम्मेदारियां होती हैं।