ऊना/सुशील पंडित: ऊना जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष में विशेषज्ञ चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में जिला भर से आए आयुष चिकित्सकों ने मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और उन्हें निशुल्क दवाइयां प्रदान की। इस दौरान आयुर्वेद की पारंपरिक पद्धतियों जैसे नाड़ी परीक्षण, पंचकर्म परामर्श, आहार-विहार संबंधी मार्गदर्शन और औषधीय पौधों के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी गई। इस शिविर में पहली बार नाड़ी परीक्षण की सुविधा उपलब्ध करवाई गई, जिसमें मरीजों को उनकी शारीरिक प्रवृत्ति और रोग की स्थिति के अनुसार उपचार सुझाए गए।

जिला आयुष अधिकारी डॉ. किरण शर्मा ने कहा कि न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में अब धीरे-धीरे आयुर्वेद के प्रति विश्वास बढ़ रहा है। लोग प्राकृतिक चिकित्सा की ओर लौट रहे हैं और आयुर्वेद को जीवनशैली का हिस्सा बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से भी आयुर्वेद को मजबूत करने और आमजन तक पहुंचाने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।

आयुर्वेदिक चिकित्सालय में इस तरह के शिविर समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं, जिनका उद्देश्य लोगों को आयुर्वेद के प्रति जागरूक करना और उन्हें आधुनिक जीवनशैली से उत्पन्न रोगों के लिए सुरक्षित विकल्प उपलब्ध कराना है। शिविर में स्वस्थ रहने के लिए योग, ध्यान, संतुलित आहार और दिनचर्या पर भी जोर दिया गया।