अमृतसरः शिरोमणि अकाली दल की 5 सदस्यीय भर्ती समिति ने सर्वसम्मति से पूर्व जत्थेदार अध्यक्ष श्री अकाल तख्त साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पार्टी का नया अध्यक्ष घोषित किया। यह फैसला बुरज अकाली फूला गुरुद्वारा साहिब में हुए एक महत्वपूर्ण सभा में लिया गया। मीडिया से बातचीत करते हुए ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि वह अकाल पुरुष की रहमत से इस नई जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके समर्थन से पार्टी के हर कार्य में पंथ का सहयोग रहेगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी की मुख्य प्राथमिकता पंथिक एकता, पंजाब के पानी के मुद्दे, नशा मुक्ति और आम लोगों के अधिकारों की रक्षा होगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वे पंजाब के मुद्दों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और अकाली दल के चुनाव ना होने के पीछे भी केंद्र की बदनीति है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि 2023 में मलवा क्षेत्र के गांवों ने नशे विरोधी गठबंधन के साथ सहयोग किया था, पर सरकार ने उन प्रयासों को कमजोर किया। अब अकाली दल जनता के समर्थन से नई टीम बनाकर नशे के खिलाफ मजबूत अभियान चलाएगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी आम लोगों की पार्टी है और निवेश संकट से पंजाब को बचाने के लिए प्रयास करेगी। पंजाबियों के अधिकारों की रक्षा के लिए पार्टी हर संभव कदम उठाएगी। उन्होंने यह दोहराया कि बंदी सिंहों की रिहाई पार्टी का बड़ा लक्ष्य है और इसके लिए पार्टी जोरदार मुहिम चलाएगी। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शिरोमणि कमेटी से तेजा सिंह समुद्री हाल में गुरुमत समारोह के मनाने के बारे में नाराजगी दिखाई और घोषणा की कि अगला इजलास वहीं पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अकाली दल को अपनी राजनीतिक जमात को मजबूत करना होगा, क्योंकि जब तक पार्टी मजबूत नहीं होगी, तब तक पंजाब के मुद्दों पर कोई बात नहीं सुनी जाएगी।