गोरखपुर: रेस्टोरेंट में 13 दोस्त खाना खाने पहुंचे। दोस्तों द्वारा खाने में हड्डी निकलने को लेकर हंगामा किया गया। दरअसल, बिरयानी बे रेस्टोरेंट में वेज बिरयानी में हड्डी डालने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके पहले इसी रेस्टोरेंट का एक और वीडियो वायरल हुआ था जिसमें बेज बिरयानी में हड्डी मिलने से हड़कंप मच गया था। वायरल वीडियो में हंगामा करने वाले लोग वहीं हैं जो जानबूझकर इस तरह की हरकत किए थे। पुलिस और रेस्टोरेंट संचालक कार्रवाई की बात तो कर रहे है पर कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
गोरखपुर के शास्त्री चौक पर स्थित एक ‘बिरयानी बे’ नाम का रेस्टोरेंट हैं. यहां आए दिन सैकड़ों लोग रेस्टोरेंट में आते हैं। जहां देर रात करीब 12 से 13 लोग रेस्टोरेंट में खाने के लिए पहुंचे। इनमें कुछ युवकों ने वेज तो कुछ नॉन वेज का आर्डर दिया। इसी बीच एक युवक ने वेज थाली में हड्डी मिलने का आरोप लगाते ही हंगामा शुरू कर दिया। उसने आरोप लगाया कि इस रेस्टोरेंट में वेज थाली में, हड्डी मिलाकर खाना सर्व किया जा रहा है और सावन के महीने में धर्म भ्रष्ट करने की कोशिश की गई है।
हंगामा होता देख रेस्टोरेंट में मौजूद सभी लोग सकते में आ गए। होटल मालिक रविकर सिंह ने उन्हें समझाया जब युवकों ने हंगामा ज्यादा करने लगे तो रेस्टोरेंट संचालक ने पुलिस बुलाई और कहा कि, वेज, नान वेज दोनों डीस अलग- अलग बन रहे हैं किसी के थाली में नहीं गया हड्डी सिर्फ इनके थाली में कैसे। संचालक ने कहा कि बिल ज्यादा आया ए पैसा नहीं देना चाहते हैं इस लिए हंगामा कर रहे हैं। मौके पर पुलिस ने वहां की स्थिति और सीसीटीवी फुटेज देखे तो लड़कों को धक्का मार कर बाहर कर दिया।
अब इस मामले में रेस्टोरेंट संचालक रविकर सिंह ने एक सीसीटीवी वीडियो जारी किया है। वीडियो को दिखाकर उन्होंने बताया कि युवक खुद नॉनवेज प्लेट से हड्डी उठाकर वेज प्लेट में डाल रहा है। उन्होंने कहा कि वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक युवक, बीच में बैठे युवक को हड्डी का टुकड़ा पकड़ाता है जो वेज खा रहे दोस्त की थाली में डाल देता है। रविकर सिंह ने बताया कि कई सालों से बिजनेस करते हैं और किसी की भावना को आहत करना उनका काम नहीं है। बावजूद इसके कुछ लोग हैं जो छवि को धूमिल करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। रविकर सिंह ने बताया कि वे अब इस मामले में पुलिस को लिखित शिकायत देंगे ताकि इस तरह के झूठे आरोप लगाने वालों पर कानूनी कार्रवाई हो।