गुरदासपुरः पंजाब सरकार की ओर से समय-समय पर गरीब और आम जनता को सुविधाएं दी जाती हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण सुविधा बुढ़ापे में बुजुर्गों का सहारा बनने वाली बुढ़ापा पेंशन है। लेकिन जब यह बंद हो जाती है तो उन बुजुर्गों का जीने का सहारा ही खत्म हो जाता है। दरअसल, बुढ़ापे में लोग पेंशन के भरोसे अपना जीवन बिताते हैं।
ऐसा ही मामला जिले के गांव वडाला ग्रंथियों से सामने आया, जहां विभाग की गलती से जिंदा विधवा बुजुर्ग को मृत दिखाकर 6 महीने से पेंशन बंद कर दी गई। मिली जानकारी के अनुसार बुजुर्ग महिला का एक बेटे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ग्रस्त है तो दूसरा अपाहिज है। वहीं बुजुर्ग खुद भी दिल की बीमारी से पीड़ित हैं। बुजुर्ग ने रो-रोकर अपनी हालत बताते हुए कहा कि पहले उसकी पेंशन 6 महीन से मृत दिखाकर बंद कर दी गई।
वहीं उलटा बैंक ने उनकी ओर लगभग 85 हजार रुपए निकाल लिए। बैंक का कहना था कि हमारे रिकॉर्ड में आप मृत हैं और आप पिछले 4 साल से पेंशन ले रहे हैं। इस मामले को लेकर जब संबंधित विभाग के अधिकारी से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह के और मामले भी सामने आए हैं, चिंता करने की जरूरत नहीं है, जल्द ही सही कर दिया जाएगा।