13 जैक राइफल्स के लांस नायक शहीद रणवीर मिन्हास की याद में बना है मंदिर
गुरदासपुरः हमारे देश में कई ऐसे महानायक है जिनके बलबूते पर देश ने कई जंगे जीती हैं और देश के लोगों को बेखोफ होकर स्वतंत्रता से रहने की आजादी दी है। देश में सैनिकों ने कई जंगे लड़ी हैं जिनमें से एक बहुत ही महत्वपूर्ण जंग कारगिल की है। कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान से टाइगर हिल पर विजय तो हासिल कर ली थी, लेकिन इस जीत के साथ बड़ी शहादत की कहानियां भी जुड़ी हुई हैं। कारगिल में कई महानायकों ने दुश्मन सेना को धूल चटाई थी। इन्ही महानायकों में से एक थे 13 जैक राइफल्स के लांस नायक रणवीर सिंह मिन्हास, जिन्होंने 25 दुश्मन सैनिकों को मार गिराया और अपने साथियों को बचाते हुए शहीद हो गए।
शहीद रणवीर की शहादत के 3 महीने बाद उनके बेटे राहुल का जन्म हुआ। वह अपने पिता की शहादत और बहादुरी के बारे में सुनकर बड़े हुए और अब मौका मिलने पर वह भी सेना के माध्यम से देश की सेवा करने का जज्बा रखता है। रणवीर सिंह की शहादत ने गांव के कई अन्य युवाओं में भी यह जज्बा पैदा कर दिया है, कि वह देश की सेवा करने के लिए फौज में जाएं। इसी के साथ शहीद की याद में गांव आलमा में शहीद रणवीर सिंह का मंदिर भी बनाया गया है। कई नौजवान सेनी की भर्ती देखने जाने से पहले शहीद के मंदिर में माथा टेकते हैं और सेना में भर्ती होने की कामना करते हैं। शहीद रणवीर सिंह का मंदिर आसपास के क्षेत्रों के लोगों के मन में देशभक्ति की भावना को और गहरा कर रहा है।
शहीद रणवीर मिन्हास के बेटे राहुल सिंह ने युवाओं को अपील करते हुए कहा कि युवाओं को सेना और पुलिस में ज्यादा से ज्यादा भर्ती होना चाहिए, ताकि देश की सेवा की जा सके और देश की सुरक्षा भी मजबूत हो सके। उन्होंने बताया कि इस इलाके से कोई भी ऑफिसर जब निकलता है, तो वह इस मंदिर पर माथा टेकर ही जाते हैं जिससे परिवार के लोगों को भी काफी गर्व महसूस होता है।
शहीद परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव रविंदर विक्की ने बताया कि लांस नायक रणवीर सिंह की याद में बना ये मंदिर इलाके में सभी लोगों की आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि उस वक्त परिवार ने सरकार की तरफ न देखते हुए खुद अपनी जेब से पैसे लगाकर इस मंदिर का निर्माण किया था। उन्होंने बताया कि लांस नायक रणवीर सिंह हमेशा कहा करते थे कि जिंदगी लम्बी नहीं, बढ़ी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि लांस नायक रणवीर सिंह परमवीर चक्र विजेता शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की टीम के ही बहादुर जवान थे। उनकी शहाद को देश हमेशा याद रखेगा।