शहीद भगत सिंह नगर: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने खटकड़ कलां मे राज्य स्तरीय समारोह मे शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा किशहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरु और शहीद सुखदेव के सपनों को साकार करने के लिए पूरी निष्ठा के साथ प्रयासरत है और साथ ही इस नेक कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से मोहाली हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है। पिछली किसी भी सरकार ने इस हवाई अड्डे का नाम महान शहीद के नाम पर रखने का प्रयास नहीं किया था, लेकिन सत्ता संभालते ही उनकी सरकार ने इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि इन महान शहीदों के नाम पर हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों का नामकरण उनकी गौरवशाली विरासत को जीवंत बनाए रखने के लिए आवश्यक है। इसलिए राज्य सरकार ने इन शहीदों को श्रद्धांजलि स्वरूप 300 करोड़ रुपये की लागत से शहीद भगत सिंह मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने का निर्णय लिया है।
राज्य सरकार के प्रयासों से मोहाली हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है। पिछली किसी भी सरकार ने इस हवाई अड्डे का नाम महान शहीद के नाम पर रखने का प्रयास नहीं किया था, लेकिन सत्ता संभालते ही उनकी सरकार ने इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि इन महान शहीदों के नाम पर हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों का नामकरण उनकी गौरवशाली विरासत को जीवंत बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
आप सरकार ने ‘निशान-ए-इंकलाब प्लाजा’ जनता को समर्पित किया है, जिसमें मोहाली के एयरपोर्ट रोड पर शहीद भगत सिंह की 30 फुट ऊँची कांस्य प्रतिमा स्थापित की गई है। यह प्रतिमा इस उद्देश्य से लगाई गई है ताकि उस सड़क से गुजरने वाले लोग इस महान शहीद को याद कर सकें। इस तरह के प्रयास देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को इस महान शहीद की भूमिका के बारे में जागरूक करने में सहायक सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्यवश, अंग्रेज़ों के जाने के बाद जिन लोगों के हाथों में सत्ता आई, उन्होंने अंग्रेज़ों से भी अधिक निर्ममता से सरकारी खजाने को लूटा। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इन शहीदों की आत्माएँ तब कराह उठी होंगी जब उन्होंने बड़े अफसरों और जजों के घरों से भारी मात्रा में नकदी बरामद होते देखी होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसे दागी लोगों से न्याय की उम्मीद कैसे की जा सकती है, जिन्होंने गलत तरीकों से अपार धन इकट्ठा किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 2022 में शपथ लेने के बाद जुलाई माह से उनकी सरकार ने घरों को मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाई, जिससे 90 प्रतिशत घरों को मुफ्त बिजली मिल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहली बार राज्य सरकार ने पंजाब को बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसी निजी कंपनी से पावर प्लांट खरीदा है।
राज्य भर में 881 आम आदमी क्लीनिक खोले गए हैं, जहाँ अब तक तीन करोड़ से अधिक मरीजों को मुफ्त इलाज मिल चुका है। सरकार द्वारा 52,000 से अधिक युवाओं को पूरी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियाँ प्रदान की गई हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब तक राज्य में 18 टोल प्लाजा बंद किए जा चुके हैं, जिससे पंजाब में आम जनता को प्रतिदिन 63 लाख रुपये की बचत हो रही है।
भारतीय संविधान निर्माता, भारत रत्न डॉ. बी.आर. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब की विचारधारा के अनुरूप राज्य सरकार समाज के कमजोर वर्गों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर उन्हें सशक्त बना रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भले ही बाबा साहेब एक साधारण परिवार से थे, लेकिन शिक्षा प्राप्त कर वे विश्व की शीर्ष हस्तियों में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ गरीब लेकिन मेधावी छात्रों को सुनहरे भविष्य के लिए तैयार कर बाबा साहेब के सपनों को साकार करेगा।
शहीद-ए-आज़म भगत सिंह लाखों युवाओं के लिए देश की निस्वार्थ सेवा करने हेतु प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। उन्होंने युवाओं से भारत को प्रगतिशील और खुशहाल देश बनाने के लिए शहीद भगत सिंह के आदर्शों पर चलने का आह्वान भी किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले महान शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इस पवित्र धरती पर आकर स्वयं को सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। देश सदैव इस महान शहीद का ऋणी रहेगा, जिसने मात्र 23 वर्ष की आयु में देश को ब्रिटिश साम्राज्यवाद से मुक्त कराने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महान शहीद के पारिवारिक सदस्यों को सम्मानित किया। इससे पहले, भगवंत सिंह मान ने शहीद के पिता स्वर्गीय सरदार किशन सिंह की समाधि पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की और शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।