गुरुग्राम : मॉनसून में बिल्डिंग्स के गिरने की खबरें आती हैं। अधिकांश घटनाएं पुरानी, जर्जर इमारतों में होती हैं लेकिन गुरुग्राम के डीएलएफ फेज 2 में जो हुआ उससे सोसायटी के लोग सदमे में हैं। यहां एक बड़ी घटना होने से बच गई। ऑकवुड एस्सेट (Oakwood estate) सोसाइटी में देर रात छज्जा भरभराकर गिर पड़ा। मलबा डी-72 और डी-41 की ओर से गिरा, जिसमें दो कारें क्षतिग्रस्त हुई हैं। गलीमत थी कि रात होने के कारण नीचे कोई बच्चा या अन्य लोग नहीं थे। इसके अलावा छज्जा फर्स्ट फ्लोर से गिरा, अगर यह ऊंचाई से गिरता तो और बड़ा हादसा हो सकता था।
सोसायटी के लोगों ने बताया कि जब छज्जा गिरा, उसके कुछ हे सेकंड पहले नीचे से एक बच्चा और कुछ लोग वॉक करते हुए गुजरे थे। वे बाल- बाल बच गए। सोसायटी के लोगों ने घटना पर गुस्सा जताया। उन्होंने कहा कि सोसायटी का मेंटीनेंस ऑकवुड एस्टेट कंडोमिनियम एसोसिएशन करता है। छज्जा गिरने से पहले रिपेयरिंग का काम किया गया था। उन्होंने कहा कि रिपेयरिंग में लापरवाही बरती गई। ऑकवुड सोसायटी लगभग 17 साल पहले डीएलएफ मैनेजमेंट ने कंडोमिनियम असोसिएशन को हैंडओवर कर दी थी।
इस सोसायटी में चार टावर हैं। इन चारों टावर्स में करीब 300 फ्लैट हैं और सभी फ्लैट्स भरे हुए हैं। वहीं एक दूसरी घटना सेक्टर-104 में हुई। जारा आवास सोसायटी में लगातार प्लास्टर गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। लोगों का कहना है कि मेंटिनेंस न होने के कारण ऐसा हो रहा है। फिर से प्लास्टर गिरने से कार डैमेज हो गई। ऐसे में यहां रहने वाले लोग शिकायत लेकर सीनियर टाउन प्लानर रेणुका सिंह से मिले। उनका आरोप है कि अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गी। ऐसे में साढ़े 600 परिवारों पर खतरा मंडरा रहा है। कई बार ऐसी घटनाओं से पार्क में खेलते बच्चों को चोट आई हैं।
जारा आवास के आरडब्ल्यूए पदाधिकारी हेमंत शर्मा ने बताया कि उन्होंने विभागीय अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। हालांकि बिल्डर की तरफ से कहा जा रहा है कि वे प्लास्टर गिरने की घटना के बाद ठीक करवा रहे हैं। परफेक्ट बिल्डवेल के पदाधिकारी राजीव श्रीवास्तव का कहना है कि एक ही ऐसी घटना हुई है जिसके बाद वह जहां भी दिक्कत है उस जगह पर प्लास्टर को ठीक करवा रहे हैं। इसके लिए तीन दिनों से काम चल रहा है। निवासियों का कहना है कि अधिकारियों से कहने के बाद काम शुरू होता है, लेकिन फिर बीच में ही बंद हो जाता है।
