अजमेरः मणिवैदिक शक्तिपीठ मंदिर को अज्ञात चोरों ने निशानाा बनाया। चोर मंदिर परिसर में रखे दानपात्र को उठा ले गए और दानराशि निकालने के बाद उसे पहाड़ों में फेंककर भाग गए। मंदिर के व्यवस्थापक ओमेंद्रपुरी ने बताया कि देर रात करीब 1:30 बजे अपने कमरे में सो गए थे। सुबह 6 बजे जब मंदिर के कपाट खोले तो दान पत्र गायब थे।
उन्होंने बताया कि दानपात्र में लगभग 5 हजार रुपए की दान राशि थी। चार साल पहले भी मंदिर परिसर में चोरी की घटना हो चुकी है। चोर एक किलो वजनी चांदी के छत्र और दान पत्रों की नकदी चुरा ले गए थे, जिसका आज तक खुलासा नहीं हो सका है। वहीं क्षेत्रवासियों ने बताया कि ऐसी घटनाओं से चोरों का हौसला बुलंद है। उन्होंने पुलिस को चोरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
वहीं पुष्कर थाना प्रभारी राकेश यादव ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। मंदिर के व्यवस्थापक और क्षेत्रवासियों से पूछताछ की गई है। साइबर टीम की मदद से तकनीकी साक्ष्य भी जुटाए जा रहे है और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रही है।
