नई दिल्ली : झारखंड के पाकुड़ जिला में मलेरिया से 7 बच्चों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि लिट्टीपाड़ा के कुटलों गांव में पिछले एक सप्ताह से मलेरिया फैला हुआ है। जानकारी मिलते ही डीसी मृत्युन्जय वर्णवाल स्वास्थ विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। स्वास्थय विभाग की टीम ने शिवर लागकर मरीजों का इलाज शुरू किया। 300 से ज्यादा लोगों की जांच कराई गई। जिसमें 50 से अधिक मलेरिया के कई केस पाए गए। स्वास्थ विभाग के पदाधिकारियों ने सर्वे करवाया तो पता चला कि 23 गांव तक मलेरिया फैला हुआ है।इसके बाद स्वास्थ विभाग की टीम सभी गांव में जांच करने में जुट गई।
बीमार लोगों का इलाज किया जा रहा है। लिट्टीपाड़ा प्रखंड आदिवासी पहाड़िया बहुल्य प्रखंड़ है। यहां जागरूकता की कमी के चलते लोग अंध विश्वास में घिरे रहते हैं और झाड़ फूंक करवाकर अपना इलाज करवाते हैं। इस मामले पर डीसी ने कहा कि स्वास्थ विभाग की टीम युद्ध स्तर पर काम कर रही है। ग्रामीणों के बीच जागरूकता की कमी है। जिसकी वजह से मलेरिया कभी डायरिया जैसी बीमारी की वजह से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। इलाज के साथ-साथ उन्हें समझाया भी जा रहा है।
डॉक्टरों की एक टीम कैंप लगाकर कर रही है इलाज
इसके अलावा डीसी द्वारा सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में मरीजों से मुलाकात की। ड्यूपी पर तैनात डॉक्टर को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। लोगों से कहा गया है कि गांव में किसी को बुखार आए तो तुरंत ही इसकी सूचना देने को कहा है।