जालंधर, (वरूण अग्रवाल): प्रदेश में सरकारी बस कांट्रैक्ट कर्मचारियों के आज धरने से पहले ही पंजाब सरकार हरकत में आ गई है। सरकार ने पंजाब रोडवेज के कांट्रैक्ट कर्मचारियों का वेतन रिलीज कर दिया गया है। अगर आज भी कर्मचारियों के वेतन की अदायगी न हो पाती तो प्रदेश भर में सरकारी बसों का चक्का जाम कर दिया जाना था।
कांट्रैक्ट कर्मचारियों ने दी थी चेतावनी
पंजाब रोडवेज पनबस पीआरटीसी कान्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन ने मंगलवार को महानगर का बस स्टैंड दो घंटे के लिए बंद रखने के दौरान चेतावनी दी थी कि अगर वीरवार दोपहर 12 बजे तक वेतन अदायगी नहीं हुई तो फिर प्रदेश भर में सरकारी बसों का चक्का जाम कर दिया जाएगा। बसों को सड़कों पर टेढा खड़ा किया जाएगा और मार्ग अवरुद्ध कर दिए जाएंगे। इसके अलावा पंजाब सरकार के मंत्रियों के आवास घेरने की भी चेतावनी दी गई थी।
पनबस-रोजवेज में ठेके पर काम करने वाले कच्चे कर्मचारियों की यूनियन के प्रधान रेशम सिंह ने कहा कि हमने विभाग को पत्र भेजकर कह दिया गया था कि यदि वीरवार को दोपहर तक वेतन कर्मचारियों के खाते में न आया तो कर्मचारी चक्का जाम कर हड़ताल पर चले जाएंगे।
कुछ माह से चल रहा वेतन रोकने का सिलसिला
उन्होंने कहा कि सात दिन बाद पिछले अब अगला माह का भी खत्म होने वाला है लेकिन अभी पुछले महीने का वेतन आज जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि वेतन रोकने का सिलसिला पिछले कुछ महीनों से चल रहा है। इससे कर्मचारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
सरकार की गलतियों के कारण घाटे मेंः रेशम सिंह
रेशम सिंह ने कहा कि परिवहन विभाग सरकार की गलतियों के कारण घाटे में हैं। उन्होंने कहा कि उनकी यूनियन कई बार विभाग को लिख चुकी है कि महिलाओं की मुफ्त यात्रा को 50 प्रतिशत कनसेशनल कर दिया जाए। इससे ट्रांसपोर्ट को घाटा नहीं होगा। लेकिन इसे कोई सुनकर राजी नहीं है। गाड़ियों में मुफ्त की यात्रा के चलते तेल डलवाने तक के लाले पड़े हुए हैं।