पांवटा साहिबः उत्तराखंड के बड़कोट क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद यमुना नदी में अचानक पानी छोड़ा गया, जिससे यमुना नदी उफान पर आ गई है। बीती रात से लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात और भी चिंताजनक बना दिए हैं। खतरे को भांपते हुए पांवटा प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है।
पांवटा के एसडीएम ने स्वयं यमुना घाट का दौरा किया और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए। यमुना नदी के किनारों तक किसी को भी न पहुंचने देने के निर्देश जारी किए गए हैं। प्रशासन ने घाटों पर जाने वाले सभी रास्तों को बंद करवा दिया है ताकि पर्यटक और स्थानीय लोग दूर से ही यमुना मां के दर्शन कर सकें। हालात को देखते विशेष तौर पर 10 गोताखोरों की टीम तैनात की गई है, जो लगातार निगरानी कर रही है। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है, लेकिन प्रशासन की तैयारियों के चलते स्थिति नियंत्रण में बनी हुई है।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से पहुंचे पर्यटकों को भी यमुना के किनारे जाने से रोका जा रहा है, लेकिन वे दूर से दर्शन कर फोटो और सेल्फी ले रहे हैं। प्रशासन की ओर से बार-बार अपील की जा रही है कि लोग नदी के समीप न जाएं और सुरक्षा नियमों का पालन करें।