पांवटा साहिब: हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के साथ जोड़ने वाले यमुना पुल की हालत काफी खराब है। यह पुल मौत को दावत दे रहा है। बरसात के दिनों में पानी की निकासी अच्छे से न होने के कारण तालाब जैसे हालात बनने शुरु हो गए हैं। पैदल चलने वाले लोग पानी और अंधेरे में गिरने की कगार पर होते हैं। पुल की सुरक्षा दीवारें टूट चुकी हैं कई हिस्से टूटकर खाई में भी गिर गए हैं।
बिजली के खंभे ताश के पत्तों की तरह हिल रहे हैं। कुछ पहले ही गिरकर खतरे का सबब बन रहे हैं। रात के समय यह पुल खतरे की सुरंग बन जाता है। यह पुल सिर्फ दो नहीं बल्कि हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश तीनों राज्यों की जीवनरेखा है। रोज हजारों वाहन और रोडवेज बसें इसी से गुजरती है।
लोगों का यहां पर सवाल साफ है यदि यह पुल टूट गया तो तीन राज्यों का सफर ठप हो जाएगा और इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? स्थानीय लोगों ने कड़ी नाराजगी जताई है और चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि समय रहते मरम्मत और सुरक्षा के अच्छे इंतजाम नहीं किए गए तो किसी भी दिन बड़ा हादसा हो जाएगा।
इस पर पावंटा विधायक सुखराम चौधरी के साथ भी बात हुई है। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे विभाग से तुरंत संपर्क करके पुल की मरम्मत और पानी निकासी की समस्या पर भी कार्रवाई होगी। गड्ढों को भी खोल दिया जाएगा ताकि कोई भी अनहोनी न हो।