ऊना/सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना, जायका चरण-दो के अंतर्गत खंड परियोजना प्रबंधन इकाई ऊना द्वारा ग्राम पंचायत लोअर भंजाल में महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई। इस उप-परियोजना के तहत स्थानीय महिलाओं को संगठित कर एक स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया, जिससे ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर किया जा सके।
स्वयं सहायता समूह का गठन कृषक विकास संघ के प्रधान बालकृष्ण की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के उद्देश्य, उनके दीर्घकालिक लाभ और कार्यप्रणाली के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इसके साथ ही, महिलाओं को समूह के माध्यम से बचत की आदत विकसित करने, स्वरोजगार के अवसर सृजित करने, लघु उद्यम स्थापित करने तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया गया।
महिलाओं ने लिया आत्मनिर्भर बनने का संकल्प
कृषि विशेषज्ञ मनीषा शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान उपस्थित महिलाओं ने स्वयं सहायता समूह से जुड़कर आर्थिक रूप से सशक्त बनने और अपने परिवार व समाज के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लिया। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूह न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाते हैं, बल्कि उन्हें सामाजिक और सामुदायिक निर्णयों में भी भागीदारी का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समूह महिलाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।