हिसारः गांव बधावड़ में संदिग्ध परिस्थितियों में महिला की मौत होने की घटना सामने आई है। मृतिका की पहचान 24 वर्षीय मंजू उर्फ सोनिया के रूप में हुई है। मंजू का शव बिस्तर पर पड़ा था और कमरे में पंखे से चुन्नी का फंदा लटका हुआ था। मायके वालों ने पुलिस कर्मी दामाद पर बेटी की हत्या के आरोप लगाए है। मायके वालों का आरोप है कि दामाद हरियाणा पुलिस में तैनात है। उसी ने महिला की हत्या की है। उन्होंने आरोप लगाए है कि वह पत्नी के चरित्र पर शक करता था।
वहीं घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची नारनौंद थाना पुलिस ने मृतका के परिजनों की शिकायत पर महिला के पति, सास और ससुर पर हत्या का केस दर्ज किया है। बधावड़ गांव निवासी राममेहर ने अपने बयान में कहा है कि वह खेती बाड़ी करते हैं और उनके 3 बच्चे हैं, जिनमें सबसे बड़ी बेटी पूनम, उससे छोटी मंजू उर्फ सोनिया और सबसे छोटा बेटा साहिल है। दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है, और बेटा अविवाहित है। उन्होंने बताया कि बेटी मंजू की शादी 5 दिसंबर 2020 को नारनौंद क्षेत्र के कोथ खुर्द गांव निवासी सुमित के साथ हुई थी। उन्होंने कहा कि सुमित हरियाणा पुलिस में है।
राममेहर ने बताया कि शादी के बाद मंजू के दो बच्चे हुए हैं। इनमें करीब सवा 2 साल की बेटी धुर्वी और करीब सवा साल का बेटा मानविक है। उन्होंने बताया कि मंजू घरेलू महिला थी। 29 अगस्त को दोपहर करीब ढाई बजे वह अपने गांव बधावड में थे। इसी बीच मंजू देवर अंकित ने साहिल के मोबाइल पर फोन किया। उसने सूचना दी कि मंजू की मौत हो चुकी है। राममेहर ने बताया कि सूचना मिलने पर वह अपने बेटे साहिल, पिता ताराचंद और अन्य परिजनों के साथ मंजू के ससुराल पहुंचे। उन्होंने कमरे के अंदर जाकर देखा तो मंजू बेड पर मृत हालत में पड़ी थी।
छत में लगे पंखे से एक चुन्नी लटक रही थी। चुन्नी का एक सिरा पंखे से बंधा था, जबकि दूसरा खुला था। मंजू के पिता ने बताया कि बेटी का पति सुमित शराब पीकर मंजू के साथ मारपीट करता था। वह मंजू के चरित्र पर शक करता था। राममेहर का कहना है कि उन्होंने अपने तौर पर पूरी तसल्ली कर ली है कि चरित्र के शक में ही उसकी बेटी की हत्या की गई है। पुलिस ने थाना नारनौंद में महिला के पुलिस कर्मी पति सुमित, सास बाला और ससुर रिजक राम के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया है। फिलहाल, किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।